साउथ अफ्रीका ने चली ये ‘चाल’ और खुल गई विराट कोहली के वर्ल्ड कप प्लान की पोल
टीम इंडिया को बेंगलुरु में खेले गए तीन टी20 मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में साउथ अफ्रीका के हाथों हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया के लिए ये छोटी-मोटी हार नहीं, बल्कि करारी हार थी। 9 विकेट के अंतर और 19 गेंद शेष रहते साउथ अफ्रीका ने ये लक्ष्य हासिल कर लिया। इस हार से टीम इंडिया और कप्तान विराट कोहली के अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की पोल खुल गई।
दरअसल, इस मुकाबले में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। विराट कोहली बहुत कम मौकों पर ऐसा करते हैं जब वे टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनें, लेकिन बेंगलुरु में उन्होंने ऐसा ही किया। इसके पीछे विराट कोहली ने कारण बताया है कि उन्होंने ये फैसला अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के प्लान के तहत किया है।
जानबूझकर विराट ने चुनी बैटिंग
विराट कोहली ने टॉस के समय कहा था, “यहां विकेट अच्छा है। मैं जानता हूं कि ये मैदान चेज करने के लिअ अच्छा होता है। आइपीएल में भी ऐसा ही हुआ है, लेकिन वर्ल्ड कप के प्लान को देखते हुए हमको बतौर टीम कुछ क्षेत्रों में अच्छा करना होगा। हम जानते हैं कि हमारी मजबूती रन चेज करने में है, लेकिन पहले बल्लेबाजी करके हम अपनी ताकत को पहचानना चाहते हैं।”
टीम में शामिल थे 9 बल्लेबाज
साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे मैच में उतरी भारत की 11 सदस्यीय टीम में 9 खिलाड़ी ऐसे थे जो बल्लेबाजी करने में सक्षम थे। रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली, रिषभ पंत, श्रेयस अय्यर, हार्दिक पांड्या, क्रुणाल पांड्या, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर का नाम शामिल था। हैरान करने वाली बात ये रही कि भारतीय टीम इतनी मजबूत बैटिंग लाइनअप के साथ उतरने के बाद भी 134 रन बना सकी।
रोहित-विराट पर दारोमदार
इस मुकाबले में रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों दिग्गज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए। कई बार देखा गया है कि जब रोहित शर्मा और विराट कोहली में से कोई नहीं चलता तो फिर टीम इंडिया के लिए मुश्किल खड़ी हो जाती है। यही इस बार भी देखने को मिला, क्योंकि शिखर धवन ने पावरप्ले में तेजी से रन बनाए, लेकिन उनको किसी और का साथ नहीं मिला और वे खुद भी आउट हो गए।
डिकॉक की ये चाल पड़ी भारी
टीम इंडिया के कुछ बल्लेबाजों के लिए लेफ्ट आर्म पेसर्स को खेलना काफी चुनौती भरा रहा है। रोहित शर्मा इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं। रोहित शर्मा ही नहीं, कई और बल्लेबाज भी लेफ्ट आर्म सीमर्स के सामने असहज नज़र आते हैं। इसी को देखते हुए क्विंटन डिकॉक ने आखिरी टी20 मैच में ब्यूरन हैंड्रिक्स को शामिल किया। हैंड्रिक्स ने पहले रोहित शर्मा और फिर क्रुणाल पांड्या को फंसाया। ब्यूरन हैंड्रिक्स ने अपने कोटे के 4 ओवर में सिर्फ 14 रन खर्च किए और 2 बड़े विकेट हासिल किए। इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब भी मिला।
बतौर गेंदबाज टीम संयोजन
भारतीय टीम की निगाहें टी20 वर्ल्ड कप पर हैं। इससे पहले भारतीय टीम तमाम प्रयोग कर रही है, लेकिन बेंगलुरु में इस प्लान की पोल तब खुल गई जब इस टीम के प्रमुख गेंदबाज एक भी विकेट नहीं चटका पाए। दीपक चाहर, नवदीप सैनी, वाशिंगटन सुंदर, क्रुणाल पांड्या और रवींद्र जडेजा का विकेट लेने का कॉलम खाली रहा। साउथ अफ्रीका का जो एकमात्र विकेट गिरा वो हार्दिक पांड्या के खाते में गया। इस गेंदबाजी संयोजन के बारे में फिर से चर्चा होगी, क्योंकि पिछले मैच में भी इन गेंदबाजों को सिर्फ 5 विकेट मिले थे।
हार्दिक और पंत की हिटिंग फेल
बाएं हाथ के बल्लेबाज हार्दिक पांड्या ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को निराश किया। हार्दिक पांड्या हर एक गेंद पर शॉट खेलना चाहते थे, लेकिन गेंद और बल्ले का संपर्क नहीं हो पा रहा था। बहुत कोशिश करने के बाद हार्दिक पांड्या 18 गेंदों में एक चौके की मदद से सिर्फ 14 रन बना पाए। वहीं, रिषभ पंत ने अपने हाथ जरूर दिखाने शुरू किए, लेकिन फिर से खराब शॉट खेलकर आउट हो गए और टीम को फिर से मुसीबत में डाल दिया। पंत ने इस मुकाबले में 20 गेंदों में 1 चौके और 1 छक्के की मदद से 19 रन बनाए।