अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप बोले- मेरे साथ अन्याय हुआ, मुझे मिलना चाहिए
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक पुराना दर्द उभर आया। उन्होंने कहा कि नोबेल शांति पुरस्कार नहीं जीत पाने का उन्हें काफी अफसोस है। वे यहीं नहीं रूके उन्होंने इसे अन्याय तक बता दिया और पुरस्कार के चयन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर निष्पक्षता से ये सम्मान मिलता तो उन्हें कई चीजों के लिए ये पुरस्कार मिल सकता था।
ओबामा को क्यों मिला सम्मान
ट्रंप ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को 2009 में मिले नोबेल पुरस्कार पर हैरानी जताई है। उन्होंने कहा, ओबामा को राष्ट्रपति बनते ही अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और लोगों के बीच सहयोग को मजबूत करने के असाधारण प्रयास के लिए यह पुरस्कार दिया गया था। ओबामा को तुरंत राष्ट्रपति बनते ही सम्मान क्यों दिया गया उन्हें भी नहीं पता था। यही एकमात्र बात है जिसपर मैं उनसे सहमत हूं। ट्रंप ने ये बातें न्यूयॉर्क में यूएनजीए बैठक के इतर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात के दौरान कही।
ट्रंप ने क्यों दिया बयान
इमरान से मुलाकात के दौरान एक पाकिस्तानी पत्रकार ने ट्रंप से कहा कि अगर आप कश्मीर मुद्दे का हल करा देते हैं तो बहुत हद तक संभव है कि आपको नोबेल पुरस्कार मिल जाए। इसकी जवाब देते हुए ट्रंप ने कहा कि अगर निष्पक्षता से यह सम्मान दिया जाता है तो उन्हें कई चीजों के लिए नोबेल पुरस्कार मिल सकता है।
'I'll get a Nobel Prize for a lot of things': Trump welcomed Nobel Prize suggestion from a reporter at United Nations General Assembly pic.twitter.com/s9xsqBdvms
— Reuters (@Reuters) September 24, 2019
ओबामा को कब मिला नोबेल
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और लोगों के बीच सहयोग को मजबूती देने के उनके असाधारण प्रयास के लिए साल 2009 में नोबेल शांति पुरस्कार मिला था। बराक ओबामा नोबल पुरस्कार हासिल करने वाले अमेरिका के दूसरे राष्ट्रपति हैं। इससे पहले यह सम्मान वुड्रो विल्सन को मिला था। ओबामा के साथ इस पुरस्कार की दौड़ में 200 उम्मीदवार शामिल थे। ओबामा अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति हैं। दुनियाभर में शांति कायम करने के प्रयास, मुस्लिम देशों के बीच अमेरिका की छवि अच्छी बनाने और परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर उन्होंने सराहनीय प्रयास किया।