उत्तर प्रदेश में बारिश का कहर जारी : प्रदेश में भारी बारिश ने ली 48 लोगों की जान, 50 से अधिक घायल
उत्तर प्रदेश में करीब-करीब सूखा गुजरे सावन की कसर मानसून ने भादो की विदाई होते-होते पूरी कर ली। करीब एक हफ्ते से अधिकांश जिलों में जारी बारिश पिछले दिनों में आफत बन गई। शुक्रवार को भी पूरे दिन आसमां जमकर गरजा-बरसा। इस कारण नदी-नाले पूरे उफान पर हैं। शहरी इलाके जलमग्न हैं तो हवा ने उड़द, धान और गन्ने की फसल को नुकसान पहुंचाया है। सैकड़ों मकान धराशायी हो गए। बारिश के कारण विभिन्न तरह के हादसों में 48 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। बाढ़ की आशंका और जलभराव के कारण तमाम लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, यह सिलसिला रविवार तक जारी रहेगा।
भारी बारिश के चलते अमेठी में 200 से अधिक मकान ढह गए, जिसमें दबकर सात लोगों की मौत हो गई। जबकि अयोध्या के रुदौली में 138 कच्चे भरभराकर गिर गए। लखनऊ समेत अन्य जिलों में कच्ची दीवार और मकान ढहने से तीन की मौत हो गई। 22 लोग लोग घायल हुए हैं। लखनऊ में अगले दो दिन में कुछ राहत मिलने का अनुमान हैं लेकिन, पूर्वी उत्तर प्रदेश को बादल घेरे रहेंगे।
प्रयागराज मंडल के प्रयागराज, प्रतापगढ़ तथा कौशांबी जिलों में गरज तरज के साथ लगातार हो रही मूसलधार बारिश से शुक्रवार को जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। तीनों जिलों में कुल 11 लोगों की मौत हुई, जबकि आधा दर्जन से अधिक घायल हो गए। प्रयागराज शहर के अल्लापुर मोहल्ले मे घरों में पानी घुस गया। प्रतापगढ़ रेलवे जंक्शन पर ट्रैक पर पानी भर गया। कौशांबी में अगले 48 घंटों में भारी बारिश का अनुमान जताया गया है।
गोरखपुर-बस्ती मंडल में 25 सितंबर की शाम से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला शुक्रवार तक जारी रहा। देवरिया में लगातार हो रही बारिश ने दो लोगों की जान ले ली। कानपुर और आसपास के जिलों में गुरुवार रात से शुरू हुई बारिश शुक्रवार दोपहर तक कहीं हल्की तो कहीं तेज होती रही। बारिश के दौरान कानपुर और आसपास के जिलों में सात लोगों की जान चली गई जबकि कई लोग जख्मी हो गए।
वाराणसी मंडल समेत पूर्वांचल में बाढ़ के बाद अब गुरुवार की शाम से लगातार बारिश ने सभी जनपदों में जल प्लावन जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। जगह-जगह रास्ते बाधित हो गए। जनपदों में इंटर तक विद्यालय बंद करने के आदेश दिए गए हैं। बारिश के दौरान गिरे मकान के मलबे में दबकर चंदौली में मां व दो बेटों सहित पांच लोग, वाराणसी में चार, भदोही में दो व आजमगढ़ व जौनपुर में एक-एक लोगों की मौत हो गई। घटनाओं में दर्जनों लोग घायल हो गए। लगातार बारिश से जलजमाव की समस्या पैदा हो गई है। स्कूल, अस्पताल, मकान व कारखाने आदि भी जलजमाव की चपेट में आ गए।
दो दिन और बारिश के आसार
कानपुर में चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के मौसम वैज्ञानिकों ने दावा किया कि वर्ष 2008 से लेकर अभी तक 27 सितंबर को कभी इतनी बारिश नहीं हुई। उन्होंने पूर्वानुमान जताया कि शनिवार व रविवार को भी बारिश होगी। बांदा में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। महोबा में मकान पर बरगद का पेड़ गिरने से दो मंजिला मकान भरभराकर बैठ गया, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई। चित्रकूट में बारिश से कई कच्चे मकान ढह गए वहीं हाईवे समेत कई जगह सड़कें धंस गईं हैं। कन्नौज में दस कच्चे मकान गिर गए, जिनमें दबकर 12 लोग घायल हो गए। उन्नाव में तेज बारिश से रेलवे ट्रैक पर पानी भरने से लखनऊ-कानपुर रेल रूट पर 9.30 घंटे रेल यातायात बाधित रहा। मकान गिरने से चार लोग घायल हो गए। कानपुर देहात में मकान गिरने से दो लोग घायल हुए हैं।
शिवालिक की पहाड़ियों में तबाही
सहारनपुर में गुरुवार रात शिवालिक पहाड़ियों में हुई भारी बारिश से आई बाढ़ ने सिद्धपीठ शाकंभरी देवी परिक्षेत्र में तबाही मचा दी। कई दुकानें बाढ़ की भेंट चढ़ गईं। बाढ़ में बहे एक दुकानदार की मौत हो गई, दो गंभीर रूप से घायल हो गए।
मऊआइमा में घर की दीवार गिरी, दो की गई जान
प्रयागराज जनपद में मऊआइमा थाना क्षेत्र के सिसवां गांव में गुरुवार की देर रात कच्चे घर की दीवार गिर गई। इस हादसे में एक बालक और एक युवक की मौत हो गई। मलबे की जद में राम सागर 35 और प्रियांशु दो वर्ष आ गए। राम सागर पुत्र रमेश सोरांव थाना क्षेत्र के मोरहू गांव का रहने वाला था। वह सिसवां गांव स्थित अपनी ससुराल आया था।
प्रतापगढ़ में दीवार ढहने से तीन की मौत, एक दर्जन घायल
प्रतापगढ़ जनपद में मंगरौरा कंधई के सराय रजई गांव में बारिश के कारण शोभनाथ का घर गुरुवार की रात में गिर गया। मलबे में दबकर आठ वर्ष की बालिका की मौत हो गई। दो अन्य लोग घायल हो गए हैं। ग्रामीणों ने राहत कार्य शुरू करके तीनों को बाहर निकाला, लेकिन बालिका को नहीं बचाया जा सका।
प्रतापगढ़ के उदयपुर थाना क्षेत्र के पूरे निहाल सिंह चाहिन गांव के विजय बहादुर कोरी का कच्चा मकान गिरने से चार लोग दबे। इसमें तीन घायल हो गए, जबकि एक की मौत हो गई। प्रतापगढ़ जिले के संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर सुहाग गांव में शुक्रवार की भोर में दीवार गिरने से पांच लोग घायल हो गए। इनमें से दो लोगों को गंभीर हाल में इलाज के लिए प्रयागराज स्थित अस्पताल में रेफर किया गया है।
कुंडा कोतवाली क्षेत्र के बरई दुख छोर का पुरवा गांव निवासी शिव नाथ पांडे का कच्चा मकान गुरुवार की भोर में करीब पांच बजे बारिश के बीच भरभरा कर गिर पड़ा। मलबे में शिव नाथ पांडेय 54 दब गए। ग्रामीणों ने काफी प्रयास के बाद उन्हें मिट्टी के मलबे से बाहर निकाला। परिजन ग्रामीणों की मदद से उन्हें इलाज के लिए सीएचसी कुंडा ले गए। चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मूसलाधार बारिश की वजह से अवध क्षेत्र में हुए अलग-अलग हादसों में गुरुवार को सात लोगों की जान चली गई। महोबा में तीन, भदोही में दो और वाराणसी में भी एक व्यक्ति की जान गई है। बारिश की चेतावनी को देखते हुए लखनऊ, अमेठी, अयोध्या और उन्नाव में 12वीं तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अवध के रायबरेली में एक बच्ची समेत दो, बाराबंकी में तीन, अयोध्या में एक और अंबेडकरनगर में एक ग्रामीण की जान चली गई। वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के रेवतपुर गांव में भी भारी बारिश से एक मकान गिर गया, जिसमें दबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। महोबा में एक मकान पर बरगद का पेड़ गिरने की वजह से घर में सो रहे दो बच्चों तीन समेत की मौत हो गई। भदोही में भी कच्चा मकान गिरने से पति-पत्नी की मौत हो गई और बेटी गंभीर रूप से घायल है।
जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिन तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। गुरुवार रात साढ़े आठ बजे तक 53.4 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। मानसून की टर्फ लाइन उत्तर प्रदेश, बिहार होती हुई पश्चिम बंगाल की ओर जा रही है। मौसम में यह बदलाव इसी के चलते हुआ है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार, दो दिन बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश और लखनऊ में बारिश का प्रभाव कम हो जाएगा। शुक्रवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर भी भारी बारिश की संभावना है।
सीएम ने दिया मदद का निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को मदद का निर्देश दिया है। भारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रभावित जिलों के अधिकारियों को लोगों को तत्काल मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अधिकारी घरों से निकलकर जहां भी जलभराव या अन्य कोई दिक्कत है वहां पहुंचकर लोगों को सहायता उपलब्ध कराएं।
शिवालिक की पहाड़ी पर वर्षा से सहारनपुर में बाढ़
गुरुवार की आधी रात के बाद हुई शिवालिक पहाड़ियों पर भारी वर्षा ने बेहट के सिद्ध पीठ श्री शाकंभरी देवी परिक्षेत्र में बाढ़ के रूप में तबाही मचा दी। सिद्ध पीठ पर रविवार से शारदीय नवरात्र मेला शुरू हो रहा है। यहां पर स्थित बाजार व श्रद्धालुओं की अन्य सुविधाओं की तैयारियां लगभग अंतिम रूप में थी। रात करीब ढाई बजे अचानक आई भयंकर बाढ़ ने तबाही मचा दी।
इस बाढ़ में एक दुकानदार रामपाल पुत्र मंगल सिंह निवासी ग्राम सद्दा माजरा थाना गागलहेड़ी की पानी की तेज धारा में बहने के कारण मौत हो गई। वहीं, 2 दुकानदार ऋषि पाल पुत्र काटू राम निवासी सद्दा माजरा व संजीव पुत्र नरेश निवासी ग्राम मांडला कोतवाली बेहट लगभग आधा किलोमीटर दूर तक बहने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए।
यही नहीं लगभग 70 से 80 प्रसाद व खिलौने सहित अन्य सामान की दुकान बाढ़ में बह गए। दुकानदारों और श्रद्धालुओं के ट्रैक्टर आदि वाहन भी बाढ़ की चपेट में आकर काफी दूर तक बह कर रेत में धंस गए। इस दैवीय आपदा के चलते सिद्ध पीठ परिक्षेत्र में स्थिति भयावह बन गई है।