लगातार हो रही तेज बारिश थमने से लोगों ने राहत की सांस ली
लगातार हो रही तेज बारिश थमने से सोमवार को लोगों ने राहत की सांस ली है। यह राहत पछुआ की पुरुवा की टक्कर होने से मिली है। वैसे अब इंद्रदेव धीरे-धीरे शांत होने लगे हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार रूक-रूक कर हल्की बारिश, बादलों का खेल अभी दो-तीन दिन तक जारी रहेगी। हालांकि पहले जैसी बारिश की आशंका टल गई है।
1200 मिमी से अधिक हुई बारिश
मालूम हो कि हाल के दिनों में हुई बारिश के कारण आठ वर्षों का रिकार्ड टूट गया है। महज चार दिन में ही पूरे साल की कसर पूरी हो गई। इस साल करीब 1200 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि वर्ष 2011 में सबसे अधिक करीब 1000 मिमी बारिश हुई थी। वहीं उसी साल सितंबर माह में सबसे अधिक बारिश का भी रिकार्ड था। वह भी इस बार टूट गया।
चार दिन में 400 मिमी से अधिक बरसात
इस चार दिनों में करीब साढ़े 400 मिमी बारिश हो चुकी है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शनिवार सुबह साढ़े आठ से रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 144.4 मिमी बारिश हुई। वहीं मौसम विभाग की मानें तो रविवार सुबह साढ़े आठ से शाम साढ़े पांच बजे तक मात्र 1.8 मिमी बरसात हुई।
मामूली धूप ने उछाल दिया पारा
बारिश की वजह से कई दिनों तक पारा लुढ़का रहा। रविवार को जैसे ही मामूली ही सही लेकिन धूप ने मौसम में जान डाल दी। इस के कारण पारे ने भी उछाल मारा। अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री तक हो गया, जबकि एक दिन पहले 24.8 डिग्री था।
नीचे पछुआ और ऊपर पुरुवा का जोर
लगातार कई दिनों से तेज पुरुवा हवा चल रही थी, जो बंगाल की खाड़ी से अधिक मात्रा में नमी ला रही थी। इसकी वजह से काशी सहित पूरे पूर्वांचल में जमकर बारिश हुई। हालांकि रविवार को अचानक ही जमीन से कुछ ऊंचाई तक पछुआ हवा ने जोर पकड़ दिया। इसके कारण बारिश भी थमी और धूप भी हुई। हालांकि आसमान में अभी भी पुरुवा हवा का ही बोलबाला है, जिसकी वजह से बारिश की अभी भी आशंका बनी हुई है। प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि अब धीरे-धीरे बारिश कम हो जाएगी और मौसम में सुधार भी होगा। हालांकि दो-तीन दिनों हल्की बारिश व बादलों का खेल चलता रहेगा।
हाल तापमान का
144.4 : मिमी बारिश पिछले 24 घंटे में
28.8 : डिग्री सेल्सियस अधिकतम पारा
22.4 : डिग्री सेल्सियस न्यूनतम पारा
98 : प्रतिशत अधिकतम आद्र्रता
89 : प्रतिशत न्यूनतम आर्द्रता