रावण गिरा धड़ाम, फिर उठ खड़ा हुआ, बिहार में जलेगा आज

दुर्गा पूजा के समापन के साथ ही मंगलवार को विजया दशमी की तैयारी शुरू हो गई है। मां दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन की तैयारी भी शुरू हो गई है। इसके साथ ही पूरे बिहार में दशहरा पर रावण वध के कार्यक्रम का अायोजन किया जा रहा है। पूरे प्रदेश में भाई कुंभकरण व बेटे मेघनाद के संग रावण धू-धू कर जलेगा। मुख्‍य आयाेजन राजधानी पटना के गांधी मैदान में किया जा रहा है। लेकिन, जलने से पहले रावण पटना के गांधी मैदान में धड़ाम से गिर गया। हालांकि देर रात में पुतले को सही कर दिया गया और रावण फिर से खड़ा हो गया है। कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि के रूप में सीएम नीतीश कुमार मौजूद रहेंगे।

गांधी मैदान में साढ़े चार बजे होगा रावण वध

पूरे बिहार में रावण वध का जगह-जगह आयोजन किया जा रहा है। पटना में विशेष तैयारी चल रही है। इस वर्ष रावण का पुतला 75 फीट, कुंभकरण का 70 फीट और मेघनाद का 65 फीट का बनाया गया है। इसके लिए गया से कुशल कलाकारों को बुलाया गया था। सभी पुतलों का निर्माण गांधी मैदान में ही किया गया है। बारिश के मौसम को देखते हुए सभी पुतलों को प्लास्टिक की चादर से ढंका गया है।

रावण गिर धड़ाम से, फिर उठ खड़ा हुआ

बताया जाता है कि सोमवार को रावण का पुतला दिन में टेढ़ा हो गया था। आयोजक कमिटी के लोग दिनभर उसमें लगे रहे। किसी तरह पुतला काे शाम में खड़ा किया गया, लेकिन एक बार फिर रात में रावण का पुतला धड़ाम से गिर पड़ा। आयोजकों ने काफी मशक्‍कत के बाद देर रात रावण के पुतले को खड़ा किया गया। बताया जाता है कि पुतले के पैर तरफ का भाग कमजोर बन गया था, जबकि शरीर का वजन अधिक हो गया था। इसकी वजह से पुतला गिर पड़ा था।

गांधी मैदान के खोले जाएंगे एकसाथ 13 गेट

गांधी मैदान में रावण वध को लेकर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रावण दहन के बाद मैदान के 13 गेटों को एक साथ खोल  दिया जाएगा। ताकि रावण वध देखकर लोग आसानी से मैदान से बाहर निकल सके। उधर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भगवान राम की सेना यूथ हॉस्‍टल से लगभग साढ़े चार बजे निकलेगी, वहीं मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पौने पांच बजे गांधी मैदान पहुंचेंगे। मैदान में ही अशोक वाटिका बनाई गई है।

रसियन कलाकार प्रस्तुत करेंगे समारोह में भजन

रावण वध समारोह के दौरान गांधी मैदान में इस वर्ष रसियन कलाकारों की ओर से भजन प्रस्तुत किया जाएगा। इसके अलावा बक्सर से आए कलाकार पटना युवा आवास से एक भव्य झांकी गांधी मैदान तक निकालेंगे। झांकी गांधी मैदान में पहुंचने पर सबसे पहले मैदान की परिक्रमा करेगी। उसके बाद लंका दहन होगा। लंका दहन के बाद सबसे पहले मेघनाद, उसके बाद कुंभकरण के पुतले का दहन किया जाएगा। सबसे अंत में रावण के पुतले को जलाया जाएगा। कमिटी के लोगों ने बताया कि पटना में जलजमाव की त्रासदी को देखते हुए इस बार सादगी से रावण वध कार्यक्रम मनाया जा रहा है। आतिशबाजी को भी कम कर दिया गया है।

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