डीएमआरसी का यात्रियों को तोहफा, मेट्रो स्टेशनों पर मिलेगी ई-स्कूटर की सुविधा

30 लाख से अधिक यात्रियों को यात्रा सुविधा उपलब्ध करवाने वाले दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) ने दिल्ली-NCR (national Capital Region) के लोगों को एक और तोहफा दिया है। अब मेट्रो यात्रियों के साथ आम लोग भी दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों के पास से किराये पर इलेक्ट्रॉनिक स्कूटर किराये पर ले सकेंगे।

दिल्ली में पहले से साइकिल सेवा देने वाले डीएमआरसी ने दिल्ली के चार मेट्रो स्टेशनों पर विश्वविद्यालय (vishwavidyalaya), मंडी हाउस (Mandi House), द्वारका सेक्टर-9 (Dwarka sector 9) और नेहरू एन्केलव (Nehru enclave) पर यात्रियों के लिए इस सुुविधा की शुरूआत भी कर दी है। अपनी इस सुविधा के बाबत बाकायदा ट्ववीट कर जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि इन चार मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों की आवाजाही सर्वाधिक है, इसलिए यहीं से दिल्ली मेट्रो ने इस सुविधा को शुरू करने का एलान किया है।

बता दें कि डीएमआरसी ने जापान की जानी-मानी कंपनी qQuick के साथ मिलकर ई-स्कूटर योजना की शुरुआत की है।  किसी भी शख्स को ई-स्कूटर की सुविधा लेने के लिए पहले अपना पहचान पत्र परिचालन कंपनी के पास जमा कराना होगा। इस ई-स्कूटर में जीपीएस लगा है, ऐसे में इसे चोरी करना नामुमकिन है।

यहां पर बता दें कि दिल्ली मेट्रो पहले ही अपने मेट्रो स्टेशनों पर साइकिल किराये पर देने की सुविधा दे रहा है। इस कड़ी में साइकिल के बाद अब मेट्रो स्टेशनों पर आगे की यात्रा तय करने के लिए ई-स्कूटर भी किराये पर मिल रहा है। बताया जा रहा है कि 10 से अधिक ई-स्कूटर्स के साथ डीएमआरसी ने इस सुविधा की शुरुआत की है।

प्रति किलोमीटर के हिसाब से देना होगा किराया

डीएमआरसी के जुड़े सूत्रों के मुताबिक, यात्रियों और आम लोगों के लिए शुरू की गई इस स्कूटर सेवा के बदले उन्हें किलोमीटर के हिसाब से  पैसा चुकाना होगा, पूर्व में साइकिल की सुविधा हासिल करने के लिए एक रुपये प्रति मिनट के हिसाब से दर तय की गई थी। अब इसमें बदलाव किया गया है।

25 kmph होगी गति

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के मुताबिक, पर्यावरण के लिहाज से भी सुविधाजनक इस ई-स्कूटर की अधिकतम गति 25 किलोमीटर प्रति घंटा है। डीएमआरसी अधिकारियों के मुताबिक, मंडी हाउस पर जहां सबसे ज्यादा भीड़ रहती है, तो  मुख्य दिल्ली भी यही हैं। वहीं, विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं की आवाजाही रहती है। यही वजह है कि चार में से दो मेट्रो स्टेशन विश्वविद्यालय और मंडी हाउस हैं।

लगा होगी जीपीएस, चोरी नहीं होगा स्कूटर

डीएमआरसी के मुताबिक, जापानी कंपनी के इस आधुनिक ई-स्कूटर में  ई-स्कूटर में (Global Positioning System) भी लगा हुआ है। ऐसी स्थिति में इसे चोरी करना तकरीबन नामुमकिन है, क्योंकि इस ई-स्कूटर को जीपीएस लगा होने के चलते ट्रैक करना आसान है।

मेट्रो स्टेशनों पर साइकिल भी मिलती है किराये पर

यहां पर बता दें कि फिलहाल डीएमआरसी तकरीबन 20 मेट्रो स्टेशनों पर साइकिल की सुविधा मुहैया कराता है। सिर्फ  दिल्ली विश्वविद्यालय स्टेशन पर ही 200 से अधिक साइकिलें उपलब्ध हैं। ऐसे छात्र-छात्राओं के साथ टीचिंग और अन्य स्टाफ भी साइकिलों का इस्तेमाल करते हैं। इतना ही नहीं, विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के साथ किरोड़ीमल कॉलेज, दौलतराम कॉलेज, एसआरसीसी, रामजस कॉलेज केसाथ डीएमआरसी की साइट ऑफिस पर भी साइकिल पार्किंग की सुविधा है।

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