30 लाख यात्रियों के लिए खुशखबरी, ट्रेनों में बढ़ेंगे कोच; सफर होगा और आसान
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corpoation) की मेट्रो ट्रेनों में सफर करने वाले 30 लाख से अधिक यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही पुरानी लाइनों पर मेट्रो के कोच बढ़ाए जाएंगे। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने 80 कोच खरीदने के लिए टेंडर आवंटित कर दिया है। उम्मीद है कि ये कोच अगले कुछ माह में दिल्ली मेट्रो के नेटवर्क में शामिल हो जाएंगे।
हर कोच की मेट्रो में जोड़े जाएंगे 2 अतिरिक्त कोच
उल्लेखनीय है कि मौजूदा समय में मेट्रो में प्रतिदिन करीब 30 लाख लोग सफर करते हैं। फेज तीन की परियोजनाएं पूरी होने के बाद दिल्ली एनसीआर में मेट्रो का नेटवर्क 377 किलोमीटर और मेट्रो स्टेशनों की संख्या 274 हो गई है। इसलिए मेट्रो राजधानी में ही नहीं बल्कि दिल्ली से एनसीआर के शहरों के बीच आवागमन के लिए भी सार्वजनिक परिवहन का प्रमुख साधन बनकर उभरी है। इस वजह से काफी संख्या में पेशेवर लोग दिल्ली व एनसीआर के शहरों के बीच मेट्रो से आवागमन करते हैं। ऐसे में हर कोच की मेट्रो में 2 अतिरिक्त कोच जोड़े जाएंगे।
डीएमआरसी ने 80 कोच खरीदने के लिए टेंडर किया आवंटित
अब यही वजह है कि सुबह व शाम को मेट्रो में भीड़ अधिक होती है। ब्लू लाइन, यलो लाइन व रेड लाइन की मेट्रो पर यात्रियों का दबाव बहुत ज्यादा है। अक्सर इन रूटों पर ट्रेन में लोगों को खड़े रहने के लिए भी मुश्किल से जगह मिल पाती है। इस कारण डीएमआरसी ने पिछले साल अक्टूबर में 80 नए कोच खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी।
ऐसे में अब डीएमआरसी ने बेंगलुरु स्थित सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बीईएमएल को ये कोच आपूर्ति करने की जिम्मेदारी दी है। 729 करोड़ की लागत से ये कोच खरीदे जाएंगे। इसका इस्तेमाल उक्त पुराने कॉरिडोर की मेट्रो में होगा। खास तौर पर रेड लाइन की मेट्रो में ये कोच जोड़े जाएंगे। इसलिए रेड लाइन की सभी मेट्रो आठ कोच में तब्दील हो जाएंगी।
बता दें कि फेज तीन में रेड लाइन का विस्तार रिठाला-दिलशाद गार्डन से बढ़ाकर गाजियाबाद न्यू बस अड्डा तक हो गया है, इसलिए रेड लाइन पर भी कोच बढ़ाने की जरूरत महसूस की जा रही है। इन 80 कोच के अलावा भी 40 कोच खरीदे जाने हैं। इस तरह पुरानी लाइनों पर करीब 120 कोच बढ़ाए जाने की योजना है। इसके बाद दिल्ली मेट्रो की पुरानी लाइनों पर सभी ट्रेनें आठ कोच की हो जाएंगी। फिलहाल दिल्ली मेट्रो के नेटवर्क में 336 मेट्रो ट्रेनें हैं, जिनमें करीब 2200 कोच इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो के तहत 30 लाख से अधिक यात्री रोजाना अपना सफर तय करते हैं। इतना ही नहीं, दिल्ली मेट्रो देश का पहला और विश्व का तीसरा सबसे रेल नेटवर्क है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन से पहले सिंगापुर और शंघाई से आगे हैं, लेकिन जिस गति से दिल्ली मेट्रो विस्तार में जुटा हुआ है उससे लगता है कि 2022 तक नंबर पर पहुंच जाएगा।
दिल्ली के अलावा एनसीआर में पहुंचा दिल्ली मेट्रो
वर्ष, 2002 में दिल्ली के शाहदरा से तीसहजारी के बीच शुरू हुई कुछ मिलोमीटर तक चलने वाली दिल्ली मेट्रो आज नोएडा, गाजियाबाद, बहादुरगढ़, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी अपनी सेवाएं दे रही है