कश्मीरियों को साधने के लिए इमरान खान ने पूरे देश में मनाया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीरियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए यहां ‘मानव श्रृंखला’ कार्यक्रम का नेतृत्व किया। इमरान ने ‘कश्मीर दिवस’ के मौके पर पूरे देश में यह मनाया। जियो न्यूज ने बताया कि शुक्रवार को इस्लामाबाद में डी-चौक से कन्वेंशन सेंटर तक कई किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई। आयोजन में समाज के सभी वर्गों के लोगों ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री खान ने इस अवसर पर कश्मीर पर दिखावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान को दुनिया को यह संदेश देने की जरूरत है कि हम कश्मीर के साथ खड़ें हैं।
राजधानी में समर्थकों की भीड़ से बात करते हुए, खान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया हांगकांग में विरोध प्रदर्शनों को लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के लिए एक आंदोलन के रूप में उजागर कर रहा है, जबकि कश्मीर मुद्दे की अनदेखी कर रहा है। बता दें कि इस दौरान राष्ट्रपति आरिफ अल्वी, चेयरमैन सीनेट सादिक संजरानी, जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री जर्तज गुल, ब्रॉडकास्टिंग फिरदौस आशिक, कश्मीर मामलों के मंत्री और गिलगित-बाल्टिक अली अमीन गंडापुर भी कार्यक्रम का हिस्सा रहे।
इमरान का ट्वीट, कश्मीर पर नहीं ध्यान
हांगकांग के विरोध प्रदर्शनों और कश्मीर बंद के बीच समानताएं आकर्षित करते हुए, पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने कहा था कि उन्हें इस बात पर आश्चर्य होता है कि कैसे अंतरराष्ट्रीय मीडिया हांगकांग विरोध प्रदर्शनों को प्रमुखता से दिखा रहा है, और कश्मीर को नजरअंदाज कर रहा है। इमरान खान ने शुक्रवार को यूएनएससी के प्रस्तावों का फिर से उल्लेख करते हुए कश्मीर पर गलत जानकारी देनी चाही। हालांकि, पहले भी भारत द्वारा कश्मीर के हालातों पर जवाब दे दिया जा चुका है।
भारत इमरान के हर आरोप पर जवाब दे चुका है। भारत द्वारा बताया गया कि कश्मीर में कुछ लोगों को इस वजह से नजरबंद किया गया क्योंकि वे घाटी को नुकसान पहुंचाना चाहते है। वहीं, अब लोगों व नेताओं को छोड़ा भी जा रहा है और कश्मीर में हालात भी सामान्य हो रहे हैं। बात संचार को खत्म करने की है तो कश्मीर में सेना खुद लोगों को उनके परिवार से बात करवा रही है। किसी भी तरह से कोई अफवाह ना फैल सके, जिससे कोई तनाव पैदा हो इसलिए कुछ बैन कश्मीर में लगाए गए।
बता दें कि पहले भी इमरान कश्मीरियों को उकसाने के पाकिस्तान में रैली कर चुके है, लेकिन भारत के कश्मीर की बात करने वाले इमरान गुलाम कश्मीर में हालात सुधार नहीं पा रहे हैं। वहां इमरान खान का विरोध होता है, जिसे पाकिस्तानी आर्मी दबाती है। दुनिया के हर मंच पर भी कश्मीर का मुद्दा उठाने और मात खाने के बाद भी इमरान कश्मीर के मुद्दे को उठा रहा है। हालांकि, उसे अब तक अपने ऐसे किसी एजेंडे में कामयाबी हासिल नहीं हुई है, जिससे में कश्मीर को नुकसना पहुंचा सके।