रतुल पुरी की न्यायिक हिरासत 2 नवंबर तक बढ़ी

अगस्त वेस्टलैंड मनी लॉन्ड्रिंग केस में फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे और कारोबारी रतुल पुरी (Businessman Ratul Puri) की न्यायिक हिरासत एक बार फिर अगले महीने की 2 नवंबर तक बढ़ा दी गई है।

दिल्ली की विशेष अदालत ने शुक्रवार को सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय की मांग पर व्यवसायी रतुल पुरी की न्यायिक हिरासत को दो नवंबर तक बढ़ाने का आदेश दिया।

जानिए- क्या है अगस्ता वेस्टलैंड केस

गौरतलब है कि फरवरी, 2010 में कांग्रेस के नेतृत्व में केंद्र में सत्तासीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार ने ब्रिटिश-इटैलियन कंपनी के साथ वीवीआइपी हेलिकॉप्टर खरीद का सौदा अंजाम दिया था। बाद में जांच के दौरान पूरा मामला 3600 करोड़ रुपये के घोटाले का निकला। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़े पूरे मामले का खुलासा होता गया। इसी कड़ी में 3600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में सरकारी गवाह बने दुबई के कारोबारी राजीव सक्सेना से पूछताछ के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे और कारोबारी रतुल पुरी का नाम सामने आया था।

बता दें कि रतुल पुरी को मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में 20 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और तभी से वह जेल में हैं। इसके बाद से उनकी न्यायिक हिरासत कई बार बढ़ाई जा चुकी है।

इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने रतुल पुरी को लेकर बैंक फ्रॉड के मामले में चार्जशीट में बड़े खुलासे किए थे। रतुल पुरी पर आरोप है कि उन्होंने विदेशी दौरे के दौरान अमेरिका के एक नाइट क्लब में एक दिन तकरीबन 8 करोड़ रुपये खर्च कर दिए। रतुल पुरी के अलावा, बैंक घोटाले में उनके सहयोगी और मोजर बेयर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का भी नाम है। दरअसल, उस दौरान रतुल पुरी मोजर बेयर के कार्यकारी निदेशक थे। चार्जशीट के मुताबिक,  8,000 करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग की है जो शुरुआती अनुमान से काफी ज्यादा है।

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