गुजरात उपचुनाव में अपनी सीट भी नहीं बचा पाए अल्पेश ठाकोर
गुजरात में छह सीटों के लिए हुए विधानसभा उपचुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने तीन-तीन सीटों पर जीत दर्ज की है। हालांकि, चर्चित ओबीसी नेता और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए अल्पेश ठाकोर अपनी सीट भी नहीं बचा पाए।
जानकारी के मुताबिक, अहमदाबाद की अमराईवाड़ी सहित लूनावाड़ा व खेरालु सीट पर भाजपा का कब्जा बरकरार रहा। अमराईवाड़ी पर भाजपा के जगदीश पटेल ने कांग्रेस के धर्मेद्र पटेल को, लूनावाड़ा पर भाजपा के जिगेश सेवक ने कांग्रेस के गुलाब सिंह को और खेरालु पर भाजपा के अजमलसिंह ठाकोर ने बाबूजी ठाकोर को हरा दिया।
कांग्रेस ने राधनपुर व बायड सीटों पर कब्जा बरकरार रखते हुए थराद को भी 15 साल बाद भाजपा से छीन लिया। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जिस राधनपुर सीट से अल्पेश ठाकोर जीते थे, वहीं से उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर हार गए। उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी रघुभाई देसाई ने हराया। अल्पेश के साथ ही भाजपा में शामिल हुए धवल सिंह झाला भी बायड की सीट नहीं बचा पाए। यहां कांग्रेस के जशु पटेल को जीत हासिल हुई।
थराद सीट पर कांग्रेस के गुलाब सिंह राजपूत ने भाजपा के जीवराज पटेल को हरा दिया। अल्पेश की हार गुजरात में चर्चा का विषय है। हार के साथ ही उपमुख्यमंत्री व मंत्री बनने की उनकी बड़ी-बड़ी बातें धरी रह गईं। सोशल मीडिया पर तो उनका मजाक भी उड़ाया जा रहा है।
गुजरात उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस ने खूब जोर लगाया, मगर दोनों दलों को अपेक्षा के अनुरूप सीटों पर जीत हासिल नहीं हो सकी। हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए अल्पेश ठाकोर और धवल सिंह झाला के दलबदल को भी उपचुनाव में लाभ नहीं मिला। दोनों नेताओं को उम्मीदों पर पानी फिर गया। अब इन नेतओं को नई रणनीति तय करनी पड़ेगी।