शाकिब पर पहले भी लग चुका है 6 महीने का बैन, अब हो सकता है करियर खत्म !
बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन इन दिनों चर्चा में है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के खिलाफ तीखे रवैये की वजह से उनको लगातार आलोचना झेलनी पड़ रही है। मंगलवार को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने शाकिब पर दो साल का प्रतिबंध लगाया हालांकि उनको एक साल बाद ही वापसी करने का मौका मिलेगा। गलती स्वीकार करने की वजह से शाकिब को सजा में एक साल की छूट दी गई।
अनुशासन में ना रहने की वजह से शाकिब अल हसन (Shakib AL Hassan) के खिलाफ कई बार कार्रवाई की चेतावनी दी जा चुकी है। इसके बाद भी उनके रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है। हालिया घटना के बाद बोर्ड के अध्यक्ष नजमुल हसन ने साफ कर दिया है कि जैसा शाकिब का एटीट्यूड है उसकी वजह से उनका करियर खतरे में पड़ सकता है।
शाकिब पर लगा 2 साल का बैन
शाकिब अल हसन के उपर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल सख्त फैसला लेते हुए दो साल का प्रतिबंध लगाया है। बांग्लादेश के एक अखबार की खबर की माने तो शाकिब से बुकी ने एक सीरीज के दौरान संपर्क किया था जिसकी जानकारी उन्होंने आईसीसी को नहीं दी। इस मामले की जांच करते हुए आईसीसी की एंटी करप्शन टीम ने उनको दोषी पाया। शाकिब ने बुकी द्वारा तीन मौकों पर संपर्क किए जाने की जानकारी दी जिसकी वजह से दो साल का प्रतिबंध लगाए जाने के बाद एक साल को निलंबित करने का फैसला लिया गया।
इससे पहले ही छह महीने का लगा था प्रतिबंध
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने शाकिब पर साल 2014 में अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उनके उपर छह महीने का प्रतिबंध लगाया था। शाकिब ने बिना बोर्ड के इजाजत लिए विदेशी टी20 लीग में खेलने पहुंचे थे। इतना ही नहीं उन्होंने टीम के तात्कालिक कोच चंडिका हथुरुसिंघा के साथ बदतमीजी भी की थी। इन सभी कारणों की वजह से बोर्ड ने उनपर छह महीने तक नेशनल और इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने पर बैन लगाया था।
तो शाकिब अल हसन का करियर खत्म
शाकिब अल हसन इस वक्त 32 साल के हैं और अगर आईसीसी ने उनपर दो साल का प्रतिबंध लगाया है जो एक साल की निलंबन के साथ 29 अक्टूबर 2020 तक चलेगा। अब इतने लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहने के बाद उनका इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी करना मुश्किल होगा। आईसीसी की तरफ से प्रतिबंध का मतलब है कि वह किसी तरह की क्रिकेट का हिस्सा नहीं हो पाएंगे। वह बांग्लादेश और भारत समेत कई देशों की टी20 लीग में खेलते हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में प्रतिबंध की वजह से तमाम देशों की लीग में भी उनके खेलने के रास्ते बंद हो जाएंगे।