भारत-रूस ने जताई आतंकियों की सभी पनाहगाहों को खत्म करने की जरूरत

आतंकवादियों की सभी सुरक्षित पनाहगाहों को खत्म करने की जरूरत पर जोर देते हुए भारत और रूस ने बुधवार को आतंकवादियों एवं आतंकी संगठनों के खिलाफ विश्वसनीय कार्रवाई करने की अपील की।

दोनों देशों ने यहां आतंकवाद रोधी कदमों पर भारत-रूस संयुक्त कार्यकारी समूह की 11वीं बैठक के बाद एक संयुक्त बयान जारी कर इस बात पर जोर दिया। बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व विजय ठाकुर सिंह ने किया जो विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) हैं। वहीं, रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उपविदेश मंत्री ओलेग वी. सयरोमोलोतोव ने किया। दोनों देश इस बात पर सहमत हुए कि आतंकवाद से लड़ने और आतंकवाद को मुहैया कराए जाने वाले धन पर रोक लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र, ब्रिक्स, वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सहित बहुपक्षीय मंचों पर संयुक्त कोशिश की जानी चाहिए।

भारत और रूस ने हर तरह के आतंकवाद की निंदा की। साथ ही आतंकवाद से व्यापक रूप और सतत तरीके से बगैर किसी दोहरे मापदंड के मजबूती से लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया। दोनों देशों ने वैश्विक स्तर पर आतंकी संगठनों द्वारा पैदा किए गए खतरों और दक्षिण एशिया में आतंकवाद को लेकर जताई जा रही चिंताओं पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

बयान में कहा गया है, ‘उन्होंने आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाहों को खत्म करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने आतंकवादियों और आतंकी संगठनों के खिलाफ सार्थक, विश्वसनीय, अपरिवर्तनीय, सत्यापित किए जाने योग्य और सतत कार्रवाई की फौरी जरूरत पर जोर दिया।’ बैठक में यह फैसला भी लिया गया कि अगली बैठक परस्पर अनुकूल तारीख पर रूस में होगी।

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