गोवंशियों के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, गो-सदन में छह गोवंशीय पशुओं की मौत
प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी महराजगंज के गो-सदन मधवलिया में गोवंशियों के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गो-सदन में छह गोवंशीय पशुओं की मौत हो गई। गो-सदन में अभी भी 14 पशु बीमार अवस्था में हैं। जिनके इलाज में चिकित्सक जुटे हुए हैं।
पशुओं की मौत के बाद गो सेवक उसे ट्राली पर लादकर दफनाने की तैयारी में थे। पशु शेड में करीब 14 पशु बीमार होकर बैठे व गिरे हुए मिले। पिछले दिनों शासन द्वारा गोसदन में व्याप्त अनियमितता को लेकर तत्कालीन जिलाधिकारी सहित सात लोगों को निलंबित किया गया था। 15 सौ से अधिक पशुओं के गायब होने के बाद हुई इस कार्रवाई से जिले में हड़कंप मच गया था।
गोरखपुर के कान्हा उपवन में गाय की मौत
गोरखपुर के कान्हा उपवन में एक और गाय की मौत हो गई है। जबकि एक बछड़ा घायल है। अफसरों का कहना है कि गाय अपनी उम्र पूरी कर चुकी थी। सांड़ के हमले में चोट लगने के कारण बछड़े की हालत गंभीर बनी हुई है। कान्हा उपवन में दो दिन पहले एक पशु की मौत हो गई थी। पंचनामा भरने के बाद पशु को दफना दिया गया था। रविवार को एक गाय की मौत के बाद डॉक्टरों ने परीक्षण किया। बताया गया कि गाय को कोई बीमारी नहीं थी, उसने अपनी उम्र पूरी कर ली थी। इधर, पॉलीथिन खाने के कारण एक साड़ का पेट फूल गया है। कान्हा उपवन की व्यवस्था सुचारु करने के लिए गठित समिति के चेयरमैन बृजेश सिंह छोटू ने कहा कि गाय बूढ़ी हो चुकी थी। घायल बछड़े को इलाज के लिए गो संरक्षण केंद्र फर्टिलाइजर भेजा गया है।