एलोवेरा के इस्तेमाल से हो सकती है कई स्वस्थ समस्याए, यकीन नहीं होता न यहाँ पढ़े
आज वेट लॉस से लेकर बालों और चेहरे को सुंदर बनाने और कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स को दूर करने के लिए जिस हर्ब्स का नाम आता है वो है एलोवेरा । एलोवेरा को एक ऐसा हर्ब माना जाता है, जिसके केवल फायदे ही फायदे हैं। कई महिलाओं के दिन की शुरूआत एलोवेरा जूस के साथ होती है। अगर आप भी ऐसी महिलाओं में से एक हैं जिनके दिन की शुरूआत एलोवेरा के साथ होती हैं तो ये खबर केवल आपके लिए है। क्योंकि अगर एलोवेरा का सही तरीके से इस्तेमाल ना किया जाए तो आपकी हेल्थ को नुकसान हो सकता है।
जब हम इसे तोड़ते हैं तो इसमें से पीले रंग का पदार्थ निकलता है। इसी पीले रंग के पदार्थ को एलो लेटेक्स कहते हैं। यहीं पदार्थ बहुत सारी बीमारियों का कारण बनता है। यहां तक कि कैंसर जैसी घातक बीमारी भी इसी के कारण होती हैं। एलोवेरा से निकालने वाले इस पीले रंग का लेटेक्स टॉक्सिक होता है। अगर इसमें थोड़ी मात्रा में टॉक्सिक हो इसे नजरअंदाज किया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानती हैं, इसके टॉक्सिक इतने खतरनाक होते हैं जो कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण बनते हैं। इसके अलावा अगर आप जूस के द्वारा इसका सेवन करती हैं या चटनी, जैम, मुरब्बा या सब्जी में एलोवेरा के लेटेक्स का इस्तेमाल करते हैं तो बॉडी में कैंसर के कारक पैदा होने लगते हैं। इसके अलावा जैल के तौर पर भी इसे त्वचा में लगाया जाए तो ये एक्जिमा, रेशैज और अन्य स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती है।
प्रेग्नेंसी में एलो लेटेक्स का इस्तेमाल भूल कर भी ना करें। ये यूटेरिन कॉन्ट्रेक्शन पैदा करता है जिससे गर्भपात होने की संभावना पैदा हो जाती है।और एलोवेरा में लैक्सेटिव, एंथ्राक्विनोन आदि तत्व मौजूद होते हैं, इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने से दस्त लग सकते हैं। तो ध्यान रहे कि यदि आपको इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम या गैस की समस्या हो तो एलोवेरा का सेवन न करें। और बर्थ डिफेक्ट्स – एलो लेटेक्स बर्थ डिफेक्ट्स का भी कारण बनता है। वैसे भी शिशु को एलोवेरा से ही होने वाले फायदों के बारे में अब तक कोई जानकारी या रिसर्च का पता नहीं चला है। तो ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एलोवेरा का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें।