सेहतमंद बने रहने के लिए बस रात में पानी से साथ कर ले इस एक चीज़ का सेवन ….
लौंग को मसालों की श्रेणी में रखा जाता है और इसे खाने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं। रोज महज 2 लौंग का सेवन करने से कई खतरनाक बीमारी आप से दूर रहती हैं और शरीर सदा हेल्दी बना रहता है। वहीं जो लोग रोज रात को सोने से पहले दो लौंग की कलियां पानी के साथ खाते हैं, उन्हें कई बीमारियों से निजात मिल जाती है। इसलिए आप भी लौंग का सेवन करना शुरू कर दें। पानी के साथ लौंग खाने से मिलने वाले फायदे क्या हैं वो इस प्रकार हैं।
लिवर रहे सही: लिवर के लिए भी लौंग को सही माना जाता है और इसे खाने से लिवर से जुड़े रोग नहीं लगते हैं। जो लोग नियमित रूप से इसका सेवन करते हैं उनका लिवर सही से कार्य करता है औ लिवर से जुड़े रोग लगने का खतरा कम हो जाता है। इसलिए एक हेल्दी लिवर पाने के लिए आप रोज पानी के साथ दो लौंग की कलियां जरूर खाएं।
हड्डियां रहें मजबूत: लौंग को खाने से हड्डियां मजबूत बनीं रहती हैं। इसलिए जिन लोगों की हड्डियां कमजोर हैं वो लोग रोज रात को सोने से पहले लौंग जरूर खाएं। लौंग के अंदर मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो कि हड्डियां को कमजोर नहीं पड़ने देता है।
डायबिटीज से हो रक्षा: डायबिटीज जैसा घातक रोग आपको ना हो इसलिए आप लौंग को खाया करें। क्योंकि लौंग का सेवन करने से डायबिटीज होेने का खतरा काफी कम हो जाता है और ब्लड शुगर कंट्रोल में रहती है। लौंग पर की गई एक रिसर्च के अनुसार लौंग में पाए जाने वाले खास तत्व जैस नाइजेरिसिन इंसुलिन की मात्रा बढ़ाता हैं। जिस के कारण डायबिटीज नहीं होती है। वहीं जिन लोगों को ये रोग है अगर वो लौंग का सेवन रोज किया करते हैं, तो ब्लड शुगर कंट्रोल में रहती है।
पाचन क्रिया हो सही: लौंग को पाचन क्रिया के लिए लाभदायक माना जाता है और इसे खाने से पाचन क्रिया सही बनीं रहता है। इसके अलाव कब्ज और गैस की समस्या भी नहीं होती है। वहीं जो लोग नियमित रूप से इसे खाया करते हैं, उन्हें पेट दर्द, दस्त जैसे रोग भी नहीं होते हैं। दरअसल लौंग के अंदर एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो कि पेट के अंदर मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट कर देते हैं।
नहीं होता खांसी-जुकाम: रोज लौंग खाने से शरीर की रक्षा खांसी-जुकाम से होती है। लौंग में विटामिन सी पाया जाता है और विटामिन सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाकर रखता है, जिसकी वजह से जुकाम और खांसी होने का खतरा कम हो जाता है।