खुशियां ही नहीं पिता की उम्र भी बढ़ा देती हैं बेटियां
माता-पिता की जिंदगी खुशियों से भर देने के साथ बेटियां पिता की जिंदगी के कुछ और साल भी बढ़ा देती हैं। यह बात एक अध्ययन में कही गई है। पोलैंड की जेगीलोनियन यूनिवर्सिटी के अध्ययन में दावा किया गया है कि बेटियों के पिता उन लोगों के मुकाबले लंबी उम्र जीते हैं, जिनके यहां बेटियां नहीं होती।
बेटा होने का पुरुष की सेहत पर नहीं पड़ता कोई असर : अध्ययन में पता चला कि बेटा होने का तो पुरुष की सेहत या उम्र पर कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन बेटी होने पर पिता की उम्र 74 हफ्ते बढ़ जाती है। पिता के यहां जितनी ज्यादा लड़कियां होती हैं, वे उतनी लंबी उम्र जीते हैं।
एक अलग तरह का शोध बताया गया : यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बच्चों का पिता की सेहत और उम्र पर असर जानने के लिए 4310 लोगों का डाटा लिया। इसमें 2147 माताएं और 2163 पिता थे। शोधकर्ताओं का दावा है कि यह अपनी तरह का पहला ऐसा शोध हैं। इससे पहले बच्चों के पैदा होने पर मां की सेहत और उम्र को लेकर कई अध्ययन किए जा चुके हैं।
बेटा-बेटी का मां की सेहत पर नकारात्मक असर : यूनिवर्सिटी के एक शोधकर्ता के मुताबिक, बेटियों की बजाय बेटों को प्राथमिकता देने वाले पिता अपर्नी जिंदगी के कुछ साल खुद ही कम कर लेते हैं। साथ ही शोधकर्ता ने कहा कि वह उन लोगों के लिए बेहद दुखी महसूस करते हैं जो बेटियों के बजाय बेटों को महत्व देते हैं।
बेटी का पैदा होना पिता के लिए तो अच्छी खबर है, लेकिन मां के लिए नहीं। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पहले हुए अमेरिकन जर्नल ऑफ ह्यूमन बायोलॉजी के एक अध्ययन में कहा गया था कि बेटे और बेटी दोनों का मां की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है जिससे उनकी उम्र कम होती है। इससे पहले हुए एक अन्य अध्ययन में अविवाहित महिलाओं के शादीशुदा के मुकाबले ज्यादा खुश रहने की बात सामने आई थी।