मैदान में ‘तलवारबाजी’ की वजह से अलग पहचान बनाई रवींद्र जडेजा ने

हर क्रिकेटर का मैदान में जश्न मनाने का अपना अलग अंदाज होता है और कई क्रिकेटर तो सेलिब्रेशन के अपने अनोखे अंदाज की वजह से पहचाने जाते हैं। ऐसा ही कुछ भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के साथ भी है जो अर्द्धशतक या शतक लगाने के बाद बल्ले को तलवार की स्टाइल में लहराते हैं। जडेजा का आज (6 दिसंबर को) 31वां जन्मदिन है और वे हैदराबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले इंटरनेशनल टी20 मैच में शानदार प्रदर्शन कर इसे यादगार बनाना चाहेंगे।

जडेजा ने 8 फरवरी 2009 को कोलंबो वनडे में श्रीलंका के खिलाफ इंटरनेशनल डेब्यू किया। उन्हें वास्तविक पहचान मिली 2009 आईपीएल से जहां उन्होंने खूब रन बनाए। उन्हें 2012 में चेन्नई सुपर किंग्स ने मोटी रकम पर खरीदा और इसके बाद से उनके करियर में निर्णायक मोड़ आया। उन्होंने दिसंबर 2012 को इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर में टेस्ट डेब्यू किया।

ऑस्ट्रेलिया सीरीज से चमके जडेजा :

भारत ने 2013 में घरेलू टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया का 4-0 से सफाया किया और इस दौरान उन्होंने 17.45 की औसत से 24 विकेट लिए। वे रविचंद्रन अश्विन के बाद भारत के दूसरे स्पिनर के रूप में स्थापित हो गए। इसके बाद तो अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने लंबे समय इंटरनेशनल टेस्ट क्रिकेट रैंकिंग में अपना दबदबा बनाए रखा था।

जडेजा का इंटरनेशनल करियर :

जडेजा ने 48 टेस्ट मैचों में 35.46 की औसत से 1844 रन बनाए और 24.64 की औसत से 211 विकेट हासिल किए। उन्होंने 156 इंटरनेशनल वनडे मैचों में 30.84 की औसत से 2128 रन बनाने के साथ ही 35.76 की औसत से 178 शिकार भी किए। वे 44 इंटरनेशनल टी20 मैचों में 33 विकेट ले चुके हैं।

बल्लेबाजी में जीता कप्तान का भरोसा :

टेस्ट क्रिकेट में अब जडेजा कप्तान विराट कोहली के ज्यादा भरोसेमंद बन चुके हैं। उन्होंने इस मामले में रविचंद्रन अश्विन को भी पीछे छोड़ दिया। उन्होंने पिछले दो सालों में अपनी शानदार बल्लेबाजी के जरिए यह भरोसा हासिल किया है। वे इन दो सालों में टेस्ट में छठे से नौवें क्रम तक बल्लेबाजी में सबसे ज्यादा औसत से रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने इस दौरान 17 पारियों में 55.60 के औसत से 668 रन बनाए हैं।

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