टीम इंडिया और वेस्टइंडीज के बीच टी-20 की जंग रोचक हो गई है। दोनों टीमें एक-एक मुकाबला जीत चुकी हैं और बुधवार को वानखेड़े स्टेटियम में जो जीता वही सिकंदर होगा। यह वही मैदान जहां है तीन साल पहले वेस्टइंडीज क्रिकेट के इस छोटे प्रारूप में भारत का सफर थाम कर विश्व चैंपियन बना था। उसने टीम इंडिया को पहले सेमीफाइनल में सात विकेट से धोया उसके बाद फाइनल में इंग्लैंड को चार विकेट से हराकर दूसरी बार यह खिताब जीता था। उसके बाद से दोनों टीमें पहली बार इस मैदान पर आमने-सामने होंगी।
अब देखना रोचक होगा कि कोहली एंड कंपनी उस हार का बदला चुका पाती है यह कैरेबियाई टीम एक और जख्म उसे देती है। भारत के लिए बल्लेबाजी कभी समस्या नहीं थी। ओपनर रोहित शर्मा पिछले दो मैचों में नाकाम रहे लेकिन अब घरेलू मैदान पर बड़ी पारी खेलना चाहेंगे। केएल राहुल और कोहली ने रन बनाए हैं। पहला टी-20 अर्द्धशतक बनाने वाले शिवम दुबे ने आक्रामक पारी खेली। टीम इंडिया को उनसे फिर बड़ी पारी की उम्मीद होगी।
वानखेड़े में अजेय है विंडीज
वेस्टइंडीज ने यहां दो मुकाबले खेले हैं और दोनों में शानदार जीत दर्ज की है। विंडीज ने 2016 विश्व कप के पहले मुकाबले में इंग्लैंड को छह विकेट से और फिर भारत को सात विकेट से धोया था।
भारतीय खेमे की नजरें युवा ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर और खराब फॉर्म से जूझ रहे विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत लगी होगी। देखना यह है कि टीम प्रबंधन सुंदर को उतारता है या चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को मौका मिलता है। सुंदर ने पिछले पांच टी20 मैचों में सिर्फ विकेट जड़े हैं। उसने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो और बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों में 23 ओवरों में 144 रन दे डाले। कुलदीप ने आखिरी टी20 मैच हैमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ फरवरी में खेला था। पहले दो मैचों में उन्हें टीम में जगह नहीं मिल सकी।
पंत के लिए हालात मुश्किल होते जा रहे हैं। धोनी के वारिस समझे जा रहे पंत के लिए अपेक्षाओं का दबाव सह माना मुश्किल हो रहा है। चौथे नंबर पर उतरकर पिछली सात टी-20 पारियों में उन्होंने नाबाद 33, 18, 6, 27,19, 4 रन बनाए हैं। उन्होंने आखिरी अर्द्धशतक अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ लगाया था। संजू सैमसन जैसे क्रिकेटरों से प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहे पंत को समय रहते प्रदर्शन में सुधार करना होगा।
कप्तान कोहली फील्डिंग को लेकर भी चिंतित होंगे। पिछले मैच में उसने लेंडल सिमंस का आसान कैच टपकाया जिसने 45 गेंद में 67 रन बनाकर वेस्टइंडीज की जीत की नींव रखी। भारतीय फील्डरों ने भी कई कैच टपकाए और फालतू रन दिए। कोहली ने कहा भी है कि अगर क्षेत्ररक्षण ऐसा रहा तो कोई भी स्कोर नाकाफी होगा। भारत की गेंदबाजी अभी भी चिंता का सबब है। दीपक चाहर और भुवनेश्वर कुमार ने पहले दो मैचों में रन दिए। चाहर बांग्लादेश के खिलाफ वाला फॉर्म नहीं दोहरा सके।
विंडीज के ओपनर लेंडल सिमंस को यह मैदान काफी रास आता है। तीन साल पहले टीम को विश्व कप जीताने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। सिमंस, पोलार्ड और लुईस आईपीएल में मुंबई की ओर से खेलते हैं और उन्हें इस मैदान पर खेलने का अच्छा खास अनुभव है। निकोलस पूरन और हेतमायर ने भी पिछले दो मैचों में अच्छी पारियां खेली। गेंदबाजों में कॉर्टल को विकेट मिले हैं। केसरिक विलियम्स, लेग स्पिनर वाल्श और होल्डर को अनुशासित प्रदर्शन करना होगा।
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, संजू सैमसन, ऋषभ पंत, मनीष पांडे, श्रेयस अय्यर, शिवम दुबे, रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, दीपक चाहर, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी।
वेस्टइंडीज: किरोन पोलार्ड (कप्तान), फेबियन एलेन, ब्रैंडन किंग, दिनेश रामदीन, शेल्डन कॉटर्ल, इविन लुईस, शेरफाने रदरफोर्ड, शिमरोन हेतमायर, खारी पियरे, लेंडल सिमंस, जेसन होल्डर, हेडेन वॉल्श, कीमो पॉल, केसरिक विलियम्स।