सीएए के विरोध के नाम पर दिल्ली सहित कई स्थानों पर हुई हिंसा के बाद भी विरोध प्रदर्शन जारी….

देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर दिल्ली सहित कई स्थानों पर रविवार को हुई हिंसा के बाद सोमवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र-छात्राओं और स्थानीय लोगों ने लगातार चौथे दिन प्रदर्शन किया। वहीं, उप्र स्थित अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएएमयू) में रविवार को हुई हिंसा के बाद इसकी चिंगारी राजधानी लखनऊ स्थित नदवा कॉलेज होते हुए मऊ तक जा पहुंची।

नदवा कॉलेज के छात्रों ने सड़क जाम कर जमकर हंगामा किया जबकि मऊ में रोडवेज की बसों को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की गई जिसमें कई यात्री घायल हो गए। मऊ शहर के दो थाना क्षेत्रों में कफ्र्यू लगा दिया गया। अराजक तत्वों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। बंगाल में भी हिंसक विरोध-प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर रेल और सड़क यातायात को ठप कर दिया।

उधर, हैदराबाद स्थित मौलाना आजाद उर्दू यूनिवर्सिटी में रविवार देर रात छात्रों ने जामिया के छात्रों के समर्थन में मार्च निकाला और मांग की कि उनकी परीक्षाएं स्थगित की जाएं। मुंबई में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस के छात्रों ने भी सड़कों पर दिल्ली पुलिस शर्म करो के नारे लगाए। आइआइटी चेन्नई के छात्रों ने भी विरोध का आह्वान किया है।

जामिया में दिनभर प्रदर्शन

जामिया मिल्लिया इस्लामिया में जुटे प्रदर्शनकारियों ने भारतीय जनता पार्टी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यहां पर छात्रों और जामिया नगर के अलावा आसपास के क्षेत्रों से आने वालों लोगों की भीड़ बढ़ती गई। इस कारण यातायात व्यवस्था भी प्रभावित रही। रविवार को हुई भारी हिंसा को देखते हुए सोमवार को पुलिस ने पहले से ही सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे। छात्रों के आंदोलन का समर्थन करने सोमवार को विवि का टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ भी उतर आया। उन्होंने आरोप लगाया कि रविवार को पुलिस ने कैंपस की लाइब्रेरी व शौचालय में घुसकर छात्रों की पिटाई की। सोमवार को भी प्रदर्शन में लोग बड़ी संख्या में चेहरा ढककर शामिल हुए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है जो प्रदर्शन की आड़ में हिंसा फैला रहे हैं।

उप्र में हिंसक हुआ विरोध, कुछ जिलों में इंटरनेट पर रोक

उप्र के मऊ में भीड़ ने थाने में घुसकर आगजनी व तोड़फोड़ की तो लखनऊ के नदवा कालेज और इंटीग्रल विश्वविद्यालय के छात्र भी सड़क पर आ गए। अलीगढ़ में छात्रों के समर्थन में भीड़ ने पुलिस पर ही हमला बोल दिया। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को छात्रों से खाली करा लिया गया है। एहतियातन इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी छुट्टी कर दी गई। सोमवार दोपहर बाद मऊ सुलग उठा। सैकड़ों की संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सड़क पर उतर आए और पथराव शुरू कर दिया जिससे गुरिल्ला युद्ध के हालात पैदा हो गए। अधिकारियों व फोर्स को पीछे हटना पड़ा। बवालियों ने दो बसों पर पथराव कर शीशे तोड़ दिए। पुलिस व मीडियाकर्मियों की गाड़ियों में अराजक तत्वों ने आग लगा दी। दक्षिण टोला थाने में घुसकर दीवार गिराने के साथ गाड़ियों को भी जलाने का प्रयास किया। दो थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगा दिया गया है। हालात पर काबू पाने के लिए आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में फोर्स भेजी गई।

नदवा में माहौल गर्म रहा

वहीं लखनऊ में भी नदवतुल उलमा (नदवा कॉलेज) और इंटीग्रल विश्वविद्यालय के छात्र सोमवार सुबह छात्र सड़क पर उतर आए और प्रदर्शन किया। सबसे ज्यादा नदवा में माहौल गर्म रहा। यहां कुछ अराजकतत्वों ने भी छात्रों की आड़ में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। दो दिन के लिए शहरी क्षेत्र के स्कूल बंद करने के साथ मंगलवार रात तक इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। एसएसपी आकाश कुलहरि के मुताबिक 21 छात्र हिरासत में हैं। बरेली में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल द्वारा पैदल मार्च की घोषणा के बाद चौकसी बढ़ा दी गई है। सहारनपुर में सोमवार को इंटरनेट सेवा बंद रही। देवबंद में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।

बंगाल में रेल और सड़क यातायात को किया ठप, तोड़फोड़

बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर रेल और सड़क यातायात को ठप कर दिया। कई रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में तोड़फोड़ की गई। एहतियातन सोमवार को भी कई ट्रेनों को रद कर दिया गया। अफवाहें फैलने से रोकने के लिए हावड़ा सहित छह जिलों में इंटरनेट सेवा बंद रही। इस बीच बिगड़े हालात को देखते हुए कोलकाता पुलिस के सभी अधिकारियों की छुट्टी रद कर दी गई है। इसके साथ ही हिंसा से निपटने के लिए राज्य पुलिस ने टोल फ्री नंबर शुरू किया है।

दक्षिण 24 परगना जिले के बारुईपुर, डायमंड हार्बर, गोचरण, दक्षिण बारासात, लक्ष्मीकांतपुर समेत कई जगहों पर बिजली के तारों में केले के पत्ते डालकर ट्रेन संचालन ठप कर दिया गया। हावड़ा के दादूपुर, आमता, पूर्व मेदिनीपुर के सुताहाट, घाटाल समेत अन्य स्थानों पर भी रेल व सड़क यातायात बाधित किया गया। हावड़ा जिले के विभिन्न स्थानों पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। कोलकाता के राजारहाट, न्यूटाउन और कॉलेज स्ट्रीट में सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया गया।

असम में सामान्य हो रहे हालात, आज से हटेगा कर्फ्यू

असम और त्रिपुरा स्थितियां अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं। असम सरकार ने राज्य में इंटरनेट सेवाएं बहाल करने और कर्फ्यू हटाने का फैसला किया है। पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भारी संख्या में पुलिसबलों की तैनाती की गई है। असम के मंत्री हेमंत बिस्वसरमा ने दावा किया है कि मंगलवार से असम के हर हिस्से से कर्फ्यू पूरी तरह हटा लिया जाएगा। रात में भी कर्फ्यू नहीं लगाया जाएगा. ब्रॉडबैंड और इंटरनेट कनेक्टिविटी सेवाएं कल से ही बहाल कर दी जाएंगी। असम सरकार ने राज्य में शांति बहाली के बाद कर्फ्यू हटाने का फैसला किया गया है। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ असम में कई जगहों पर प्रदर्शन हुआ, जिसके बाद प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं ठप कर दी थी।

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