फिल्म अभिनेत्री मौसमी चटर्जी की बेटी पायल सिन्हा का 13 दिसंबर को हुआ देहांत
फिल्म अभिनेत्री मौसमी चटर्जी की बेटी पायल सिन्हा का 13 दिसंबर को देहांत हो गया। पायल के निधन के बाद उनके पति डिक्की ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। डिक्की के मुताबिक, बेटी पायल के निधन के बाद भी न तो मौसमी चटर्जी उनका चेहरा देखने आईं और न ही वो उनके अंतिम संस्कार में पहुंचीं। स्पॉटब्वॉय से बातचीत में डिक्की ने इन बातों का दावा किया है।
डिक्की ने कहा, ‘पायल के मरने के बाद मौसमी उनका चेहरे भी नहीं आईं। न ही वो उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुईं’। अपनी बात आगे बढ़ाते हुए डिक्की ने कहा, ‘उन लोगों ने पायल की तबीयत को इगो इश्यू बना लिया था। कई सेलेब्स ने मेरी तारीफ की कि मैं पायल का बहुत अच्छे से ध्यान रख रहा हूं। लेकिन उसके बावजूद मौसमी ने इस बात को लेकर झगड़ा किया और मामला पब्लिक हो गया। आज से पहले मैंने कभी इस बारे में बात नहीं की’।
दोनों परिवारों के बीच एक विवाद कोर्ट तक जाने पर डिक्की ने कहा, ‘मुझे उन लोगों से कोई दिक्कत नहीं थी। मैंने केस भी जीत लिया था। मेरी पत्नी अपनी जिंदगी के आखिरी दिन तक मेरे साथ थी’।
क्या था केस :
पायल की मां मौसमी चटर्जी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि पायल के पति ने कथित तौर पर उनका फिजियोथैरेपी उपचार रोक दिया और पायल के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए नियुक्त किए गए कर्मचारियों का बकाया भी नहीं दिया और उन्हें हटा दिया है। याचिका में यह भी दावा किया गया था कि उन्होंने पायल को अस्पताल द्वारा सुझाए गए खान-पान भी नहीं दिया गया।
मौसमी चटर्जी ने दावा किया कि उन्हें बेटी के मेडिकल पेपर और गार्डियन नियुक्त करने के अधिकार से भी वंचित कर दिया गया। उन्होंने चिकित्सा देखभाल के दौरान पायल से मिलने देने से भी इनकार कर दिया। मौसमी ने अदालत से अनुरोध किया था कि उन्हें पायल के अभिभावक के रूप में नियुक्त किया जाए, ताकि वह उनकी देखभाल कर सकें।