श्रमिकों की समाज में एक अहम भूमिका है इसलिए श्रमिकों की मदद करना हमारा कर्तव्य है…
श्रमिकों की समाज में अहम भूमिका होती है। इसलिए श्रमिकों की मदद करना हमारा कर्तव्य है। यह बात श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने गढ़ी डाकरा में उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की ओर से आयोजित साइकिल वितरण समारोह में कही।
एक वेडिंग प्वाइंट में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे श्रम मंत्री ने 400 श्रमिकों को साइकिल और 11 श्रमिकों को कंबल, मशीनें व टूल किट प्रदान की। उन्होंने कहा कि 18 से 60 साल के दैनिक मजदूर अपना श्रमिक कार्ड बनवाकर विभिन्न सरकारी सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं। इस कार्ड के माध्यम से श्रमिकों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं।
इसके अलावा घर बनाने के लिए एक लाख, शौचालय बनाने के लिए 12 हजार, मृत्यु होने पर 2.10 लाख और कार्य के दौरान मृत्यु होने पर 4.10 लाख रुपये आर्थिक सहायता की जाएगी। प्रदेश में अब तक तीन लाख लोग श्रमिक कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। श्रम विभाग की ओर से श्रमिकों को 60 हजार सिलाई मशीनें, 50 हजार साइकिलें, 40 हजार कंबल बांटे जा चुके हैं।
वहीं, मसूरी विधायक गणेश जोशी ने कहा कि श्रम विभाग की ओर से श्रमिकों की मदद के लिए किया जा रहा प्रयास बहुत सराहनीय है। उन्होने श्रम मंत्री से निवेदन किया कि क्षेत्र में कम से कम तीन केंद्र खोले जाए, जहां श्रमिक रजिस्ट्रेशन करा सकें। इस मौके पर पार्षद मेघा भट्ट, टीडी भाटिया, विष्णु प्रसाद गुप्ता, दविंदर पाल, श्रम विभाग से इंस्पेक्टर पिंकी टम्टा, पूनम नौटियाल, राजीव गुरुंग आदि मौजूद रहे।
सेवा केंद्रों में भी बनेंगे श्रमिक कार्ड
अभी श्रम विभाग अपने केंद्रों पर ही श्रमिक कार्ड बना रहा है। इस कारण इन केंद्रों पर श्रमिकों की भारी भीड़ जुटती है। इसके अलावा दूर-दराज क्षेत्रों में रहने वाले श्रमिकों को भी काफी दूरी तय करनी पड़ती है। श्रमिकों की इस समस्या को देखते हुए श्रम विभाग सेवा केंद्रों को भी श्रमिक कार्ड बनाने के लिए अधिकृत करने जा रहा है। विभाग यह कोशिश भी कर रहा है कि आधार कार्ड बनाने वाली कंपनी के साथ समन्वय बनाकर यहां भी श्रमिक कार्ड बनाए जाएं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में श्रमिक कार्ड बनाने के लिए विभाग कैंप लगाएगा। श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने प्रदेश के सभी विधायकों, ब्लॉक प्रमुखों, पालिकाध्यक्षों, महापौर और जिला पंचायत सदस्यों को कैंप लगाकर लोगों को जागरूक करने और कार्ड बनवाने की जिम्मेदारी सौंपी है।