ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी हिस्से में स्थित जंगलों में लगी आग से हजारों कोआला के मारे जाने की आशंका
ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी हिस्से में स्थित जंगलों में लगी आग से हजारों कोआला के मारे जाने की आशंका है। कोआला पेड़ों पर रहने वाला नन्हे भालू सरीखा भूरे रंग का प्यारा सा स्तनधारी होता है। यह ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में ही पाया जाता है। दुनिया भर से कोआला को बचाने के लिए आवाजें उठ रही हैं।
ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथवेल्स इलाके के नजदीक तटवर्ती क्षेत्र में करीब 28 हजार कोआला थे। लेकिन हाल के महीनों में वहां के जंगलों में लगी आग से उनकी संख्या काफी कम हो जाने की आशंका है। कोआला ऑस्ट्रेलिया के सबसे ज्यादा प्यार किए जाने वाले जीवों में शुमार है लेकिन हाल के वर्षो में जंगलों के कटान और प्राकृतिक आपदाओं के चलते उनकी संख्या में कमी आई है।
क्षेत्रफल में 30 प्रतिशत तक की कमी
ऑस्ट्रेलिया की पर्यावरण मंत्री सूसन ले के अनुसार हाल के दशकों में कोआला के रहने वाले जंगलों के क्षेत्रफल में 30 प्रतिशत तक की कमी हुई है। जंगलों में लगी आग को बुझाने के इंतजाम किए गए हैं, जैसे ही इस कार्य में सफलता मिलेगी-वैसे ही कोआला की गिनती कराई जाएगी, उनके पुनर्वास के इंतजाम किए जाएंगे। हाल के दिनों में आग से बचाए गए कोआला के पानी पीते हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। ले ने बताया कि पूरी दुनिया को कोआला की चिंता है और उनके पास उनको सुरक्षित रखने के लिए बड़ी संख्या मेल और अन्य माध्यमों से संदेश आए हैं।
कम हो गई है पर्यटकों की संख्या
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों की आग ने सबसे अधिक प्रभाव यहां के वायुमंडल पर पड़ा है। पिछले कुछ दशकों तक दुनिया के पर्यटक इस सीजन में ऑस्ट्रेलिया की ओर रुख करते थे, पर धुएं की वजह से पर्यटकों का यहां आना लगभग बंद-सा हो गया है।
घरों में कैद हो गए हैं लोग
ऑस्ट्रेलिया के हजारों हेक्टेयर के जंगल में लगी आग ने यहां काफी बड़े पैमाने को राख कर दिया है। यहां से उठने वाले जहरीले धुएं के कारण विजिबलिटी भी कम हो गई है। ऐसे में सबसे अधिक समस्या उन लोगों को हो रही है जिनको सांस लेने में किसी तरह की समस्या थी, वो अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं।
कभी नहीं देखा गया इतना प्रदूषण
सिडनी ऑस्ट्रेलियाई प्रांत न्यू साउथ वेल्स (एनएसडब्ल्यू) की राजधानी है। एनएसडब्ल्यू के पर्यावरण विभाग के मुताबिक, जंगल में लगी आग की वजह से राज्य में इतना ज्यादा प्रदूषण हुआ है जो पहले कभी नहीं देखा गया। पर्यावरण विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह घटना हमारे रिकॉर्ड में सबसे लंबी और सबसे अधिक व्यापक है।
मास्क पहनकर निकल रहे लोग
घरों से बाहर निकलने वाला हर शख्स जहरीले धुएं से बचने के लिए पूरे मुंह को ढककर निकल रहा है। सभी के चेहरे किसी न किसी तरह के मास्क से ढके नजर आ रहे हैं। मौसम विभाग की ओर से लोगों को घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखने की सलाह दी गई है।