इन दिनों कड़ाके की ठंड और गलन से कांप रहे शहरवासी, प्रयागराज व प्रतापगढ़ में चार और लोगों की हुई मौत
पिछले पखवारे भर से कातिल ठंड का सितम जारी है। पछुआ हवा और कोहरे की घनी चादर के साथ शीतलहर ने प्रयागराज समेत पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ और कौशांबी के लोगों को परेशान कर रखा है। ठंड में मौत का सिलसिला भी जारी है। शनिवार की रात से सुबह तक प्रयागराज में एक और प्रतापगढ़ जनपद में तीन लोगों की मौत हुई है। सभी का कारण ठंड रहा।
प्रतापगढ़ में ठंड से महिला की मौत
आसपुर देवसरा क्षेत्र के अतरौरा मीरपुर गांव की ज्योती निषाद (22) पत्नी राज बहादुर की पत्नी अपने मायके सुल्तानपुर जनपद के सोनावा गांव मायके में थी। शनिवार की शाम को खाना बनाने के लिए सब्जी काट रही थी। इसी दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई। आधी रात अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई। महिला को बिस्तर पर कांपते देख घर वालों ने आग जलाने के बाद घरेलू उपचार शुरू किया। उपचार के बाद मायके वाले ने उसकी ससुराल में ठंड लगने की सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने इलाज के लिए जौनपुर जनपद के बदलापुर ले जा रहे थे। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही सांसे थम गई। मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। शव को ससुराल पक्ष के परिजन अपने घर पर ले गए।
फसल की रखवाली कर रहे किसान की ठंड से मौत
प्रतापगढ़ जिले के लालगंज कोतवाली अंतर्गत अगई गांव निवासी किसान की ठंड लगने से मौत हो गई। अगई गांव के रहने वाले रमेश वर्मा 50 पुत्र राम दुलारे शनिवार की रात में अपने गेहूं के खेत में फसलों की रखवाली कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें जिससे उन्हें ठंड लग गई। कंपकंपी के साथ जब रमेश की हालत बिगड़ी तो परिवार के लोगों को इसकी जानकारी हुई। घरेलू उपचार शुरू किया गया लेकिन हालत बिगड़ गई और देर रात उनकी मौत हो गई। स्वजन शोकाकुल हैं।
अधेड़ की ठंड से गई जान, स्वजनों का आरोप
ठंड से प्रयागराज जनपद में भी एक और मौत हुई। बारा थाना क्षेत्र के नारीबारी पुलसि चौकी इलाके के सलैया खुर्द निवासी शोभनाथ निषाद 55 पुत्र दीनबंधु भी ठंड की चपेट में आ गए। हालत बिगड़ी तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। उनकी मौत हो गई। शोभनाथ के पुत्र राधेश्याम ने ठंड से मौत की बात कही लेकिन बैंक वसूली के उत्पीड़न से हार्ट अटैक होने का भी आरोप लगाया है।
सीने में दर्द उठा, ले गए अस्पताल पर नहीं बच सकी जान
प्रतापगढ़ जिले के लालगंज कोतवाली अंतर्गत रायपुर भगदरा गांव निवासी मुंशी रजा उर्फ सुल्ले खां 50 को तीन दिन पूर्व भैंस के दूध दुहने के दौरान ठंड लग गई थी। उनके सीने में दर्द उठा था। स्वजन उन्हें लालगंज सीएचसी ले गए थे। वहां से उन्हें चिकित्सकों ने रेफर किया तो परिजन रायबरेली ले गए। वहां भी हालत में सुधार नहीं हुआ तो लखनऊ के एसजीपीजीआइ स्वजन ले गए। शनिवार की देर रात मुंशी रजा की मौत हो गई। रविवार की दोपहर बाद उनका शव घर लाया गया। परिजनों की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे हैं।