बहन जब कंपनी में अपना हिस्सा मांगने लगी तो भाई ने जीजा के साथ मिलकर रची उसकी हत्या की साजिश…

 महिला ने जब कंपनी में अपना हिस्सा मांगा तो भाई ने जीजा के साथ मिलकर हत्या की साजिश रच दी। भाई को महिला ने कंपनी से निकाला था। इससे नाराज भाई भी इसका बदला लेना चाहता था। उसने जीजा को बहन के प्रति भड़काया और हत्या करवा दी। हत्या को हादसा का रूप देने के लिए कार से टक्कर कराकर वारदात को अंजाम दिया गया।

20 दिन पहले जिस नजमा खान को सड़क दुर्घटना में मौत होने का करार दिया गया था। वह हादसा नहीं बल्कि उसे मारने की सोची समझी साजिश थी। इस साजिश में नजमा का भाई ईस्तियाक व पति सुमन खान शामिल थे। दोनों ने इसलिए उसे रास्ते से हटाया, चूंकि नजमा कंपनी में हिस्सा मांगने लगी थी। इसके लिए उन्होंने 50 हजार रुपये का लालच देकर एक अन्य व्यक्ति को इसमें शामिल किया था। यही नहीं वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपितों ने इसे दुर्घटना करार दे दी थी। नारायणगढ़ सीआईए टीम ने धरपकड़ करते हुए तीनों ईस्तियाक, सुमन खान व वाहन चालक आबीद खान को गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस को पांच दिन का रिमांड मिला है।

नजमा को ठिकाने लगाने के लिए इस तरह बनाई थी योजना

जानकारी के अनुसार मृतक नजमा खान की शादी राजस्थान के जिला भरतपुर के गांव ओलंदा निवासी जमील खान के साथ हुई थी। नजमा व उसकी बच्ची साईमा को 2010 में पड़ोसी गांव नागल निवासी सुमन खान बहला फुसला कर उसे पंजौखरा के गांव कलरेहडी़ में जेडी फार्म कालोनी में ले आया था। यहां वे पति-पत्नी की तरह रहने लगे थे। आरोपित सुमन खान की पहाड़ो में बनी कंपनी से अच्छी आमदन थी। इस तरह नजमा भी सुमन खान के साथ कंपनी में देखरेख करने लगी थी।

महिला ने भाई को कंपनी में नौकरी पर रखा 

फरवरी 2019 में नजमा खान के कहने पर उसके पति सुमन खान ने कंपनी के हिसाब की देखरेख के लिए अपने भाई ईस्तियाक खान को कंपनी में रख लिया था। करीब तीन माह बाद आरोपित ईस्तियाक खान का कंपनी के कर्मचारियों से झगडा़ हो गया था। उस वक्त नजमा ने कर्मचारियों का साथ दिया था और अपने भाई ईस्तियाक से ही माफी मंगवाई थी। नजमा खान अब नहीं चाहती थी कि उसका भाई अब कंपनी में काम करे। ऊपर से नजमा खान कंपनी में अपने पति से हिस्सेदारी की मांग भी करनी लगी थी। जिस कारण ईस्तियाक खान व सुमन खान नजमा से घृणा करने लगे और रास्ते का रोडा समझने लगे। ऐसे में दोनों आरोपितों ने नजमा को रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया था।

इस तरह से दिया था वारदात को अंजाम 

आरोपित ईस्तियाक खान ने अपने दोस्त राजस्थान के छज्जुखेड़ा निवासी आरोपित आबीद खान से नजमा को हटाने के लिए संपर्क किया। उसे विश्वास में लेने के बाद उसे 50 हजार रुपये का लालच देकर तय कर लिया। इसके बाद आबीद 7 दिसंबर को अपनी पिकअप लेकर पंजोखरा साहिब के गांव कलरेहडी़ पहुंच गया। इसके बाद अपने दोस्त ईस्तियाक खान से मिला। इसके बाद ईस्तियाक ने आबीद को बताया कि नजमा खान हर रोज सुबह सैर करने जाती है। तुम उसे टक्कर मारकर से मार देना। जब नजमा सैर करने निकली तो उसके साथ ईस्तियाक खान भी था। जैसे ही आबीद अपनी गाड़ी लेकर आया तो ईस्तियाक ने नजमा ने उसकी कार के आगे धक्का दे दिया। ऐसे में नजमा टक्कर लगते ही गड्ढे में जा गिरी तथा चालक संतुलन बिगड़ गया और कार स्ट्रीट लाइट के खंभे से जा टकराई। इसके बाद चालक गाडी़ छोड़ कर फरार हो गया था।

मामले में संलिप्त तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया। वहां से पांच दिन का रिमांड मिला है। इस दौरान आरोपितों से और कई बातों को खुलासा करने के लिए पूछताछ करेगी।

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