मोदी सरकार पार्ट 2 के कार्यकाल का दूसरा बजट 1 फरवरी 2020 को पेश होगा….

मोदी सरकार पार्ट 2 के कार्यकाल का दूसरा बजट 1 फरवरी 2020 को पेश होगा। इसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। दरअसल, वित्त मंत्री खुद ही महिला हैं तो महिलाओं को भी उनसे काफी उम्मीदें हैं। पिछले बजट की बात करें तो सरकार ने महिलाओं के लिए कई घोषणाएं की थीं, इस बार महिलाओं को बजट से कुछ ज्यादा ही उम्मीदें हैं। पिछली बार के बजट में महिला सुरक्षा को लेकर कई घोषणाएं हुई थीं। इस बार के बजट में महिलाओं को अपने किचन के सस्ता होने पर पूरा जोर है। बजट 2020 से महिलाएं चाहती हैं कि उनके घर का खर्च आराम से चले। इसमें दाल, चावल, गेहूं, फल, चीनी, सब्जी, तेल जैसी रोजाना के इस्तेमाल होने वाली चीजों पर कम पैसे खर्च करने पड़ें।

मौजूदा समय में प्याज, लहसुन के दाम बहुत बढ़े हैं। महिलाओं के साथ आम आदमी को भी उम्मीद है कि सरकार इसे लेकर भी आम बजट में कुछ राहत देगी। मांग उठ रही है कि सब्जियों की कीमतें कंट्रोल हों और बजट में कुछ अच्छी घोषणा हों। इसके अलावा महिला सुरक्षा सबसे अहम मुद्दा है। महिलाओं की शिकायत रहती है कि सरकार बजट में घोषणाएं तो करती है लेकिन उसे धरताल पर नहीं उतारा जाता। इसके अलावा कामकाजी महिलाओं व लड़कियां के लिए कुछ विशेष प्रावधान हो। महिलाएं चाहती हैं कि महिला सशक्तिकरण व शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। ऐसा प्रयास होना चाहिए कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की हुनरमंद महिलाओं को ई-चौपाल या ई-नेट के माध्यम से और सशक्त किया जा सके।

होममेकर रितिका श्रीवास्तव ने कहा कि बजट में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए निर्भया फंड को ठीक ढंग से लागू किया जाना चाहिए। इसके साथ ही घरेलू महिलाओं की आय को टैक्स के दायरे से बाहर रखा जाना चाहिए। उदाहरण के लिए अगर मैं क्राफ्ट करके या सिंगिंग के जरिए कुछ पैसे कमाती हूं तो उस पर टैक्स नहीं लगना चाहिए। इसके अलावा सरकार को प्याज, दाल और तेल जैसी कीमतों पर काबू में रखना चाहिए। इससे पूरे बजट का गणित बिगड़ जाता है।

एम एड और C-TET पास शिक्षारत आकांक्षा शुक्ला ने कहा कि सरकार को बजट में पढ़ रही बालिकाओं के लिए व्यावसायिक कोर्स शुरु करने चाहिए। इसके अलावा उन्होंने किराना सामान सस्ता करने की बात भी कही, ताकि घरेलू महिलाओं की बचत बढ़े। साथ ही म्यूचुअल फंड्स, बीमा व एफडी में महिलाओं को प्राथमिकता मिले। आकांक्षा ने कहा कि आयकर में महिलाओं को और अधिक छूट मिले ताकि बचत प्रात्साहित हो।

पिछले बजट में क्या हुई थी घोषणाएं

पिछले बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए घोषणाएं कीं। उन्होंने मुद्रा योजना के तहत महिलाओं को सस्ता लोन देने का एलान किया। महिला उद्यमियों को एक लाख तक के लोन देने की घोषणा हुई। साथ ही जन धन खाते वाले प्रत्येक सत्यापित महिला एसएचजी (सेल्फ हेल्प ग्रुप) सदस्य, 5000 रुपये के ओवरड्राफ्ट की अनुमति दी गई। महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए विमन एसएचजी इंट्रेस्ट सबवेंशन प्रोग्राम को हर जिले में लागू करने का प्रस्ताव हुआ।

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