CAA के समर्थन एक माह चलाए गए जनजागरण अभियान में समर्थकों को लामबंद करने में BJP सफल

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन करीब एक माह चलाए गए जनजागरण अभियान में समर्थकों को लामबंद करने में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सफल रही है। एक लाख से अधिक बूथों व लगभग 45 हजार गांवों में सघन संपर्क के अलावा छह क्षेत्रीय रैलियों की जबरदस्त कामयाबी से नेतृत्व उत्साहित है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के पार्टी मुख्यालय में समीक्षा बैठक के दौरान जिलेवार पड़ताल के बाद आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।

प्रदेश महामंत्री व अभियान प्रभारी गोविंद नारायण शुक्ला का दावा है कि सीएए मुद्दे पर भाजपा अपना पक्ष निचले स्तर तक देने में कामयाब रही। 70 से अधिक स्थानों पर पदयात्राएं और छोटी सभाओं में सीधा संवाद किया गया, जिससे विपक्ष द्वारा फैलाए गए दुष्प्रचार का असर खत्म हो गया। विरोधी दलों के नेताओं के हमले की धार भी कुंद पड़ गई।

जनसहभागिता बढ़ी

संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया के दौरान चले इस जनजागरण अभियान को लेकर नेतृत्व कश्मकश में था परंतुु कार्यकर्ताओं की सजगता व सक्रियता के कारण आम आदमी सीएए के समर्थन में नजर आया। प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक का कहना है कि क्षेत्रीय रैलियों में मौसम की खराबी के बावजूद जबरदस्त भीड़ उमड़ी। सभी वर्गों का समर्थन बिना अधिक प्रयास किए मिलता रहा। अभियान की प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने निरंतर निगरानी की, जिससे कार्यकर्ताओं में उत्साह बना रहा। कार्यक्रमों में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही।

आम कार्यकर्ता तर्क पर लड़ा

सीएए पर विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए अभियान के शुरू में मंडल व जिला स्तरीय बैठकों में अधिनियम के बारे में विस्तार से जानकारी देने का परिणाम हुुआ कि निचले स्तर का कार्यकर्ता भी तर्क के साथ मुखर हो गया। सह प्रभारी संतोष सिंह ने बताया कि वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन के अलावा पत्रकार वार्ताओं के जरिये सीएए का सच बनाने की रणनीति भी कारगर सिद्ध हुई।

बढ़ सकता अभियान

घोषित कार्यक्रम के अनुसार जनजागरण अभियान 25 जनवरी तक चलाया जाना था, परंतु उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर महिलाओं के धरना-प्रदर्शन को देखते हुए अभियान की तारीख को आगे की ओर बढ़ाया जा सकता है। शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में पदाधिकारियों व जिला अध्यक्षों की बैठक होगी। अभियान की समीक्षा के साथ आगामी कार्यक्रम भी तय किए जाएंगे।

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