साथियों के साथ मिलकर स्वरूपनगर पनकी नवाबगंज में लूट की वारदातों का दिया अंजाम…

अच्छे घराने के एक युवक ने जरायम की दुनिया कदम रखा और शातिर लुटेरों की लिस्ट में उसका नाम दर्ज हो गया। पिता डॉक्टर और खुद बीसीए की पढ़ाई कर रहा था लेकिन आखिर वो अपराध के दलदल में आ गया। शहर में लूट, चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके शातिर गैंगस्टर देवराज मिश्रा उर्फ भइया को पुलिस ने शनिवार को गंगा बैराज के पास से फिर गिरफ्तार करके जेल भेजा है। पिछले साल भी जून में पुलिस ने मुठभेड़ में उसे गिरफ्तार किया था।

गंगा बैराज से पकड़ा गया शातिर

नवाबगंज थाना प्रभारी दिलीप कुमार बिंद ने बताया कि सूचना मिली थी देवराज गंगा बैराज के पास घूम रहा है। वह कुछ दिनों पहले ही जेल से छूटा था और फिर किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। मुखबिर की सूचना के बाद गंगा बैराज पर घेराबंदी करके उसे पकड़ लिया। देवराज ने स्वरूपनगर, पनकी, नवाबगंज में कई वारदातें की हैं। पिछले वर्ष उसे और उसके चार साथियों रजी, शोभित, छोटू व धीरेंद्र को जेल भेजा गया था। जेल से छूटने के बाद वह फिर वारदात की फिराक में था।

देवराज ने बयां किया सच

लूट के मामले में पकड़े गए कल्याणपुर थाना क्षेत्र के मकड़ीखेड़ा निवासी देवराज ने बताया कि पिता डॉक्टर हैं और स्वास्थ्य विभाग में तैनात हैं। वह खुद बीसीए कर रहा था, इस बीच वह गलत संगत में फंस गया। उसे महंगे शौक की लत लग गई, घर से मिलने वाले रुपये कम पडऩे लगे। इसपर वह जरायम की दुनिया में फंस गया और साथियों के साथ मिलकर लूट की वारदात करने लगा। गर्ल फ्रेंड और साथियों के बीच खर्च करने के लिए लूट की रकम काम आने लगी।

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