यह अम्मा कितने सालों से लोगों तक पहुंचा रहीं हैं खाना….

आज के समय में बहुत कम लोग ऐसे मिल जाएंगे जिनमे इंसानियत ज़िंदा मिलेगी वरना आजकल बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो किसी की मदद के लिए हाथ बढ़ाते हैं. ऐसे में आज हम जिनके बारे में बताने जा रहे हैं उनके बारे में सुनकर आपको एक अलग ही फीलिंग होगी. जी दरअसल हम बात कर रहे हैं पिछले 55 वर्षों से लोगों को अपने हाथों का खाना खिलाने वाली सरोजनी अम्मा की. वह केरल के Chalappuram की रहने वाली हैं और अम्मा की दिनचर्या रात 2 बजे से शुरू होती है. जी हाँ, हाल ही में एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू के दौरान अम्मा ने बताया कि ‘उनका बचपन एक ग़रीब परिवार में गुज़रा है. 17 साल की उम्र से उन्होंने घर-घर जाकर काम करना शुरू कर दिया, ताकि ज़िंदगी गुजर-बसर की जा सके.’

वहीं उनके पति की मौत के बाद घर की आर्थिक स्थिति और ख़राब हो गई, और इसी के कारण वह घर-घर जाकर काम करने लगी. आपको बता दें कि सरोजनी अम्मा के दो बेटे भी हैं, उनमें से बड़ा बेटा नौकरी करता था, लेकिन कुछ साल पहले ही उसका एक्सीडेंट हुआ और वो बेड पर आ गया. इन सभी के बाद अम्मा हालात से मजबूर हो गईं और उन्होंने लोगों तक अपने हाथ का खाना पहुंचाना शुरू किया. जी हाँ, अम्मा का कहना है कि, ‘मैं 20 साल पहले यहां आई थी. मैं अपने नियोक्ता विजयकुमार की शुक्रगुज़ार हूं, जिन्होंने मेरे पड़ोसी के कहने पर काम करने की अनुमति दी. बहुत कम लोग ऐसे होते हैं, जो अपने घर की सुविधाओं का उपयोग करने देते हैं. मुझे यक़ीन है कि मैं उन्हें कोई परेशानी नहीं पहुंचाउंगी.’

इसी के साथ वह उस ऑटोवाले का भी शुक्रिया करती हैं जो उन्हें टिफ़िन लोगों तक पहुंचाने में मदद करता है. आपको बता दें कि यह अम्मा रात 2 में बजे उठ जाती हैं और 3 बजे तक स्नान करने के बाद खाना बनाना शुरू कर देती हैं. उसके बाद 8 बजे तक खाना बनकर डिलीवरी के लिये निकल जाती हैं और 9 बजे तक डिलीवरी पूरी करने के बाद घर आ जाती है. उन्होंने एक भी दिन की छुट्टी नहीं ली है.

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