दिल्ली मेट्रो के लाखों यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी, 60 स्टेशनों पर मल्टी मोडल इंटीग्रेशन सिस्टम की तैयारी

Delhi Metro : दिल्ली मेट्रो के जरिये सफर करने वाले लाखों यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। दिल्ली मेट्रो में सफर करने वाले यात्री अब आसानी से घर अथवा कार्य स्थल तक पहुंच सकेंगे, क्यों दिल्ली परिवहन निगम (Delhi Transport Corporation) आने वाले समय में मल्टी मोडल इंटीग्रेशन सिस्टम (Multi Model Integration System) लागू करने जा रहा है।

क्या है Multi Model Integration System

दिल्ली मेट्रो के सहयोग से शुरू होने वाली इस व्यवस्था के तहत परिवहन निगम अन्य विभागों के साथ मिलकर यात्रियों को घर और ऑफिस तक यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराएगा। इसके तहत बसों के अलावा, बस ऑटो, ई-रिक्शा समेत परिवहन के अन्य साधनों का बेहतर प्रबंध किया जाएगा।

महिलाओं को होगा खास फायदा

सुरक्षा के लिहाज से यह सुविधा मेट्रो में सफर करने वाली महिला यात्रियों को लिए अधिक फायदेमंद होगी। परिवहन निगम के अधिकारियों की मानें तो वह इन सुविधाओं से खुद को ज्यादा सुरक्षित मानकर चलेंगी। बता दें कि मेट्रो स्टेशनों पर उतरने के बाद ज्यादातर जगहों पर घर-ऑफिस तक पहुंचने के लिए स्थानीय परिवहन के  साधनों पर निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे में यह सुविधा लोगों को सहूलियत देने के साथ उनका समय भी बचाएगी।

60 मेट्रो स्टेशनों पर लागू होगा मल्टी मॉडल इंट्रीगेशन सिस्टम

दिल्ली परिवहन निगम के अधिकारियों के मुताबिक, परिवहन विभाग अन्य विभागों के साथ मिलकर लोगों को यह सुविधा दिलाएगा। फिलहाल 60 मेट्रो स्टेशनों पर यह सुविधा शुरू की जाएगी।

बताया जा रहा है कि योजना लागू करने की कड़ी में ऑटो चालक संगठनों के साथ भी बातचीत की जाएगी। इससे किराये आदि की चिकचिक नहीं रहेगी।

50 लाख से अधिक यात्री मेट्रो में रोज करते हैं सफर

बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के तकरीबन 50 लाख यात्री रोजाना दिल्ली मेट्रो की सुविधा का लाभ उठाते हैं, यह संख्या कभी-कभार 60 लाख के आसपास तक चली जाती है।

यूपी के तीन शहरों में पहुंच चुकी है मेट्रो

दिल्ली के अलावा, यूपी के नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में भी पहुंच चुकी है और इस सेवा का लाभ 10 लाख से अधिक लोग उठाते हैं।

गुरुग्राम मेट्रो का संचालन कर रही DMRC

पिछले साल ही दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने गुरुग्राम में चलने वाली रैपिड रेल का अधिग्रहण किया है, जिसका सफल संचालन जारी है, जिससे रोजाना 60,000 लोग लाभान्वित होते हैं।

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