जाने इन तीन फलो से मिलकर बने इस आयुर्वेदिक चूरन से मिलने वाले फायदे के बारे में…

आयुर्वेद में एक अद्भुत खजाना दिया है जिसमे तीन फलो को सुखाकर फि पीसकर पाउडर बनाकर उपयोग में लाया जाता है जिसे त्रिफला कहा जाता है इस त्रिफला चूर्ण में आवला , बहेड़ा और हरड़ का इस्तेमाल किया जाता है ये तीनो फल का आयुर्वेद की दृष्टि से बेहद ही ख़ास महत्व है मानव के सम्पूर्ण स्वास्थय के लिए ये किसी वरदान से कम नहीं है इसके विशेष उपयोग शरीर से विषैले पदार्थो को बाहर निकलने में किया जाता है इस डेटॉक्स की क्रिया से वजन कम करने में भी सहायता होती है ,आज हम आपके साथ इसके उपयोग से मिलाने वाले कुछ स्वास्थय लाभों को शेयर करने जा रहे है , तो देर किस बात की है आइये जानते है। ..

अपच की समस्या :त्रिफला में मौजूद लैक्सेटिव एजेंट कब्ज, सूजन और एसिडिटी से राहत दिलाता है। कब्ज से परेशान रहते हैं, तो रात में सोने से पहले एक गिलास गर्म पानी में दो चम्मच त्रिफला पाउडर को मिलाकर पिएं।

इम्युनिटी मजबूत करने के लिए :त्रिफला में कई ऐसे तत्व होते हैं, जो गैस्ट्रिक और पाचन तंत्र की समस्या को दूर रखते हैं। इससे रक्त संचार भी सुधरता है। शरीर को खनिज प्रदान करता है। त्रिफला से शरीर की इम्यून सिस्टम मजबूत होती है इससे आप कम बीमार पड़ते हैं।

पाचन दुरुस्त करने में सहायक :पाचन शक्ति को मजबूत करने के लिए आप त्रिफला का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण डालकर पीने से पेट की सेहत अच्छी बनी रहती है। त्रिफला में मौजूद आंवला एक ­लैक्सेटिव होता है, जो पेट की समस्याओं से आपको बचाए रखता है।

कोलेस्ट्रॉल करे कम:आजकल लोगों की जैसी लाइफस्टाइल होती जा रही है, उससे हृदय संबंधी समस्या लोगों में आम हो गई है। त्रिफला का चूर्ण रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। इससे हृदय स्वस्थ रहता है।

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