इतिहास का सबसे अमीर राजा लुटाता था हर जगह सोना
दुनिया में कई ऐसे राजा-महाराजा हुए हैं जो बहुत ही अजीबोगरीब रहे हैं। ऐसे में आप सभी ने इतिहास के कई लोगों के बारे में सुना होगा लेकिन आप इतिहास के सबसे अमीर आदमी को नहीं जानते होंगे। जी हाँ, कहा जाता है एक ऐसा अमीर आदमी था जिसके पास इतनी संपत्ति थी, कि अंदाजा लगाना भी मुश्किल था। जी हाँ, आपको बता दें कि उस शख्स का नाम मनसा मूसा प्रथम था जो टिम्बकटू का राजा था। वहीं आप जानते ही होंगे कि आज टिम्बकटू अफ्रीकी देश माली का एक शहर है और कहते हैं कि मूसा ने माली की सल्तनत पर उस समय हुकूमत किया था, जब वहां सोने के भंडार हुआ करते थे।
जी हाँ, केवल इतना ही नहीं बल्कि कहा तो यह भी जाता है कि उसके राज में एक साल में लगभग 1000 किलो सोने का उत्पादन होता था। वहुत कम लोग जानते हैं कि 1312 ईस्वी में मनसा मूसा माली साम्राज्य का शासक बना था और 25 साल के अपने शासनकाल में उसने एक या दो नहीं बल्कि बहुत सी मस्जिदों का निर्माण कराया था। वहीं उसके द्वारा निर्माण करवाई गई कई मस्जिद तो आज भी मौजूद हैं। केवल इतना ही नहीं टिम्बकटू का जिंगारेबेर मस्जिद मनसा मूसा के दौर में बनी उन्हीं मस्जिदों में से एक है और मनसा मूसा से जुड़ी एक कहानी और है।
कहानी – जी दरअसल कहा जाता हैं कि 1324 ईस्वी में मनसा मूसा मक्का की यात्रा पर गए थे उस समय उसके काफिले में करीब 60 हजार लोग शामिल थे। उनमे से 12 हजार तो केवल उसके निजी अनुयायी थे। कहते हैं मनसा मूसा जिस घोड़े पर सवार थे, उससे आगे 500 लोगों का एक दस्ता था और सबके हाथ में सोने की एक-एक छड़ी दी गई थी। वहीं मनसा मूसा के काफिले में 80 ऊंटों का एक जत्था भी था और हर ऊंट पर 136 किलो सोना लदा था। कहते हैं कि मनसा मूसा बहुत उदार किस्म के थे और जिस समय वह मिस्र की राजधानी काहिरा से गुजरे तो वहां उन्होंने गरीबों को इतना दान दे दिया कि उस इलाके में बड़े पैमाने पर महंगाई बढ़ गई थी। उसके बाद मनसा मूसा के दौर में यूरोप के पास कुछ खास खनिज पदार्थ या सोने के भंडार नहीं थे और मनसा मूसा द्वारा जब गरीबों में सोना बांटने की बात एक समय में यूरोप तक पहुंची तो वो सिर्फ ये देखने के लिए माली साम्राज्य आने लगे कि मनसा मूसा की दौलत के बारे में जो बात फैली है, वह सच है या झूठ।