दिल्ली-काठमांडू स्पेशल बस सेवा पर भी पड़ रहा कोरोना का असर….
देश में बढ़ते कोरोना का असर दिल्ली-काठमांडू स्पेशल बस सेवा पर भी पड़ रहा है। पिछले 10 दिन से इस बस के यात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है। बस में पहले 28 से लेकर 30 सवारियां काठमांडू आ जा रही थीं। मगर अब इनकी संख्या 18 से 20 रह गई हैं। हालांकि केंद्र सरकार के तहत इन बसों का संचालन कर रहे दिल्ली परिवहन विभाग ने बस में साफ-सफाई के पूरे इंतजाम किए हैं।
बस को नियमित सैनिटाइज भी किया जा रहा है। बसों के संचालन से जुड़े दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि काठमांडू जाने वाले लोग टर्मिनल में पहुंचने पर कोरोना से बचाव के बारे में बात करते हैं। जिन्हें बस में पूरी व्यवस्थाएं दिखाई जाती हैं।
1250 किलोमीटर की दूरी को 30 घंटे में तय करती है बस
भारत से दो देशों के लिए बस सेवा शुरू की गई थी। जिसमें पाकिस्तान के लाहौर और नेपाल के काठमांडू के लिए। संबंध खराब हो जाने पर गत अगस्त से पाकिस्तान के लिए यह सेवा बंद है। भारत और नेपाल के रिश्ते को मजबूत करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (डीटीसी) ने दोनों देशों के बीच 14 नवंबर 2014 को यह बस सेवा शुरू की थी। यह बस 1250 किलोमीटर की दूरी को 30 घंटे में तय करती है।
दिल्ली से सुबह 10 बजे रवाना होती है बस
यह बस दिल्ली से हर रोज सुबह 10 बजे रवाना होती है। यात्रा करने वाले भारतीय और नेपाली नागरिकों को सरकार द्वारा अधिकृत पहचान पत्र अपने साथ रखना होता है। विदेशी नागरिक को अपना पासपोर्ट प्रस्तुत करना होता है।
दिल्ली-काठमांडू वॉल्वो बस में 2300 रुपये प्रति व्यक्ति किराया है और बच्चों के लिए 1150 रुपये निर्धारित है। यह दिल्ली के अंबेडकर स्टेडियम से चलती है। बस में यात्रियों के लिए 39 सीटें हैं। बस में कंडक्टर नहीं होता है। यह सीधे दिल्ली से चलकर काठमांडू और काठमांडू से चलकर दिल्ली की सवारी लेती है। बस की सुरक्षा के लिए पुलिस की एक जिप्सी साथ चलती है।