भारत सरकार ने विदेशों में रहने वाले 276 भारतीयों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की…
भारत सरकार की ओर से बुधवार को विदेशों में रहने वाले 276 भारतीयों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की गई। इनमें से सबसे अधिक संक्रमण के मामले ईरान में देखे गए हैं। जारी आंकड़ों के अनुसार ईरान में 255, संयुक्त अरब अमीरात, इटली, कुवैत, श्रीलंका, रवांडा और हांग कांग में ये मामले सामने आए हैं।
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने यह जानकारी संसद में दिया है। उन्होंने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि विदेश में 276 भारतीय कोरोना वायरस संक्रमित हैं। उन्होंने आंकड़े भी बताए हैं। इसके अनुसार, ईरान में 255, यूएई में 12, इटली में 5 और हांगकांग, कुवैत, रवांडा और श्रीलंका में 1-1 मामले हैं।
मुरलीधरन ने आगे बताया कि भारत ने एक लाख सर्जिकल मास्क, सर्जिकल ग्लव्स की पांच लाख जोड़ी, 75 इंफ्यूजन पंप, 30 एंटरनल फीडिंग पंप समेत 15 टन मेडिकल सहायता चीन को मुहैया कराया है। यह सप्लाई भारतीय वायु सेना के C-17 विशेष विमान के जरिए वुहान भेजा गया। चीन के साथ यह मित्रता के प्रतीक के तौर पर भेजा गया है।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने कोरोनावायरस संक्रमण की चपेट में आने की आशंका के कारण मंगलवार को एहतियात बरतते हुए खुद को अलग कर लिया। दरअसल केरल में वे संक्रमित डॉक्टर के संपर्क में आए थे। वह डॉक्टर स्पेन से हाल में ही वापस लौटा था। उल्लेखनीय है कि केरल के संक्रमित डॉक्टर से संपर्क में आने वाले 25 डॉक्टरों व संस्थान के 76 कर्मचारियों को क्वारेंटाइन कर दिया गया है।
बुधवार को सरकार ने ईरान से 205 भारतीयों को वापस भारत बुला लिया। ईरान में कोरोना वायरस के कारण 988 लोगों की मौत हो गई। नई दिल्ली में बुधवार सुबह महान एयर ( Mahan Air) उतरी जिसमें भारतीय सवार थे। इसमें अधिकतर लद्दाख के शिया श्रद्धालु थे जो ईरान में फंस गए थे। लौटने वालों में 115 पुरुष, 85 महिलाएं चार बच्चे और एक नवजात है। उनमें से कुछ एनआरआइ हैं। अब तक ईरान से 591 भारतीय नागरिकों को लागया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इन सभी को जैसलमेर में भारतीय सेना के क्वारेंटाइन फैसिलिटी में भेज दिया गया है। ईरान में 255 भारतीयों समेत 16,000 से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।भारत की ओर से उनके ईलाज के लिए स्वास्थ्य कर्मी भेजे गए हैं। ईरान के विभिन्न प्रांतों में 6,000 से अधिक भारतीय नागरिक हैं।