बगदाद में अज्ञात हमलावरों की प्रदर्शनकारियों पर अंधाधुंध गोलीबारी, 16 की मौत, 47 घायल
इराक की राजधानी बगदाद में शुक्रवार को अज्ञात हमलावरों ने सरकार का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें 16 प्रदर्शनकारी मारे गए जबकि 47 अन्य घायल हो गए हैं। घायलों में कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। इराकी गृहमंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि हमलावर चार पहिया वाहनों के काफिले में बगदाद के अल-खलानी स्क्वायर में घुस गए और प्रदर्शन के लिए जमा हुए लोगों पर गोलीबारी करने लगे।
बता दें बगदाद समेत लगभग पूरा इराक पिछले दो माह से सरकार विरोधी प्रदर्शनों की चपेट में है। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, यह वारदात शुक्रवार शाम उस समय हुई, जब मध्य बगदाद के अल-खलानी स्क्वायर इलाके में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हुए थे। इसी दौरान असैन्य वाहनों से आए कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने राइफलों से उन पर गोलियां बरसा दीं। इसके चलते प्रदर्शनकारियों में भगदड़ मच गई और वे जान बचाने के लिए समीप की इमारतों और मस्जिद की ओर भागने लगे। उन्होंने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
अल-खलानी वह इलाका है जो दो महीने पहले शुरू हुई सरकार विरोधी लामबंदी के बाद से प्रदर्शनकारियों के कब्जे में है। यह तहरीर स्क्वायर (Tahrir Square) के करीब है। इस आंदोलन ने ही प्रधानमंत्री अदेल अब्दुल महदी को इस्तीफा देने के लिए विवश किया था। इराक में पिछले दो महीने से जारी हिंसक प्रदर्शनों के बीच संसद ने कैबिनेट का इस्तीफा 01 दिसंबर को मंजूर किया था। प्रदर्शनकारी सत्तारूढ़ सदस्यों पर अयोग्य, भ्रष्ट और विदेशी ताकतों के इशारे पर काम करने का आरोप लगा रहे हैं।
सरकार विरोधी प्रदर्शनों में 400 की जा चुकी है जान
सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ बगदाद में अक्टूबर के प्रारंभ से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन पूरे देश में फैल चुका है। दो माह से जारी विरोध प्रदर्शनों ने कई बार हिंसक रूप भी लिया। सुरक्षा बलों के साथ हुई झड़पों में 400 से ज्यादा लोग मारे गए और करीब 15 हजार घायल हुए। प्रधानमंत्री अदेल अब्दुल महदी के इस्तीफे के बावजूद विरोध प्रदर्शन थमा नहीं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सभी भ्रष्ट नेताओं के हटने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।