देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 2,07,615 हुई, पिछले 24 घंटे में 8,909 नए मामले सामने आए
भारत के राज्य राजस्थान के भरतपुर जिले में 11 साल के कोरोना मरीज कासिम की 13वीं और 14वीं परीक्षण रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. 14 बार कासिम के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए थे. इसमें केवल चार बार उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई. कासिम 49 दिन अस्पताल में रहा. वही, कासिम जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल (एसएमएस) से घर लौटा. जैसे ही उसे छुट्टी की मंजूरी मिली, वह खुशी से नाचने लगा. उसे परिजनों के साथ 14 अप्रैल को भरतपुर जिले के बयाना कस्बे में क्वारंटीन (एकांतवास) किया गया था. पहले वह भरतपुर और फिर बाद में जयपुर में भर्ती रहा. वही, कासिम ने बताया कि उसे शुरू में खांसी, जुकाम, बुखार आदि नहीं थे. उसका इलाज एसएमएस अस्पताल के सीनियर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार गुप्ता ने किया. डॉ. गुप्ता का कहना है कि कासिम के कुछ नमूने जांच के लिए पुणे भेजे गए थे. अब इसका शोध किया जाएगा कि आखिर कासिम को कैसा कोरोना था.
इस मामले को लेकर आईसीएमआर के वैज्ञानिक डॉ. योगेश का कहना है कि बार-बार रिपोर्ट पॉजिटिव आने का मतलब है कि मरीज के अंदर कोरोना का वायरस है लेकिन वो सक्रिय नहीं है. ऐसे में दूसरों को उससे खतरा नहीं है. बशर्ते कि उसमें कोई लक्षण न दिखाई दें. दिल्ली स्थित आईएलबीएस अस्पताल की वॉयरोलॉजिस्ट डॉ. एकता गुप्ता का कहना है कि कई बार इंसान के शरीर की बॉयोलॉजिकल बनावट और रोग प्रतिरोधक तंत्र ऐसा होता है कि वायरस शरीर में रहता है, लेकिन उससे मरीज को कोई परोशानी नहीं होती है.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 8,909 नए मामले सामने आए हैं और 217 लोगों की मौत हुई है. इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 2,07,615 हो गई है, जिनमें से 1,01,497 सक्रिय मामले हैं, 1,00,303 लोग ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और अब तक 5,815 लोगों की मौत हो चुकी है.