कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा- क्वारंटाइन केंद्रों की बदहाली पर राज्य सरकार की खुली पोल
लॉकडाउन 5 की छूट जनता पर भारी पड़ती नजर आ रहा है. क्योकि कोरोना का संक्रमण लगातार फैलता जा रहा है. वही, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने क्वारंटाइन केंद्रों की बदहाली के मुद्दे पर एक बार फिर सरकार को घेरा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि क्वारंटाइन केंद्रों में अव्यवस्था के चलते प्रवासी लोगों को जान गंवानी पड़ रही है. पौड़ी जिले में ऐसी कई मामले में अब तक सामने आ चुके हैं. इससे राज्य सरकार के इंतजामों की पोल खुल गई हैं.
अपने बयान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर कोरोना महामारी के मौजूदा हालात पर चर्चा की. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए सरकार से टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने की मांग की गई. प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सुरक्षित माने जा रहे पर्वतीय जनपदों में भी कोरोना संक्रमण पैर पसार चुका है. साथ ही, प्रीतम सिंह ने जिलाध्यक्षों से भी दूरभाष पर वार्ता कर जिलों में कोरोना की स्थिति का जायजा लिया. बैठक में प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, राजीव महॢष, हरिकृष्ण भट्ट, अजय सिंह, लालचंद शर्मा, गरिमा दसौनी, एआईसीसी सदस्य अजय नेगी, डाटा विभाग के दीवान सिंह तोमर मौजूद थे. इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री हरिकृष्ण भट्ट ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को कांग्रेस भवन परिसर के सैनिटाइजेशन को मशीन भेंट की.
इसके अलावा प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के बीच आपसी खींचतान एक बार फिर तेज होने लगी है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव प्रकाश जोशी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह को पत्र लिखकर कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों की विरोधाभासी बयानबाजी पर आपत्ति जताई है. वही, पत्र में उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के विरोधाभासी बयानों से पार्टी को असहज होना पड़ रहा है. प्रदेश सरकार के मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना संक्रमण के बाद मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों के क्वारंटाइन होने पर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की. इसके तुरंत बाद पार्टी के दो वरिष्ठ पदाधिकारियों विजय सारस्वत और धीरेंद्र प्रताप ने बिष्ट के बयान को उनका निजी बयान बताया. इसके अगले ही दिन पार्टी उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर दी.