अमेरिका में कम हों रही है कोरोना की रफ्तार, कल 20,852 नए मामले सामने आए, 982 लोगों की हुई मौत

दुनियाभर में कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा प्रभाव अमेरिका में हैं. लेकिन अब अमेरिका में कोरोना केस बढ़ने की रफ्तार पहले से कम हो गई है. हालांकि अभी भी महामारी लगातार भयावह रूप लेती जा रही है. बुधवार को 20,852 नए मामले सामने आए और 982 लोगों की मौत हो गई. वहीं कुल 20 लाख 66 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.

अमेरिका में अबतक 115,130 लोगों की मौत
वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या गुरुवार सुबह तक बढ़कर 20 लाख 66 हजार पार हो गई. वहीं कुल 1 लाख 15 हजार 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 8 लाख लोग ठीक भी हुए हैं. 11 लाख 47 हजार लोगों का अस्पतालों में अभी इलाज चल रहा है. अमेरिका में कुल 6 फीसदी कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 33 फीसदी लोग इस बीमारी ठीक हो चुके हैं.

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 401,333 केस सामने आए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 30,680 लोग मारे गए हैं. इसके बाद न्यू जर्सी में 167,678 कोरोना मरीजों में से 12,369 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस, फ्लोरिडा भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.

वायरस के लैब में बनाने की बातें झूठी!
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री माइक पोम्पेयो बार-बार कहते रहे हैं कि वायरस वूहान की लैब में तैयार किया गया है. इस सबके बीच तमाम वैज्ञानिक व शोधकर्ता कह चुके हैं कि वायरस कहां से निकला इसे स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है. इस बारे में गहन वैज्ञानिक अध्ययन की जरूरत है. कई विशेषज्ञ इस बात को खारिज कर चुके हैं कि वायरस कृत्रिम रूप से लैब में तैयार किया गया.

इस बीच अमेरिका के प्रसिद्ध वायरोलॉजिस्ट पीटर डासजाक ने भी जोर देते हुए कहा है कि वैज्ञानिक भी नहीं जानते कि वायरस लैब में तैयार हुआ. इस संबंध में षड्यंत्र का विचार छोड़ने की जरूरत है. इससे साफ हो जाता है कि शोधकर्ता इस मामले पर गंभीर हैं, लेकिन कुछ पश्चिमी नेता चीन को बेवजह घेरने में लगे हुए हैं. शायद इसका एक कारण अमेरिका में नवंबर में होने वाले चुनाव भी हैं, क्योंकि वहां के लीडर मतदाताओं को रिझाने के लिए तरह-तरह की बातें कर रहे हैं. इनमें चीन पर आरोप लगाना भी शामिल है.

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