सोनाली फौगाट से पिटाई के बाद मार्केट कमेटी सचिव सुल्तान सिंह ने कहा- महिला आयोग एकतरफा कर रही कार्रवाई
भाजपा नेत्री सोनाली फौगाट द्वारा चप्पल और थप्पड़ से पिटाई के प्रकरण में हिसार मार्केट कमेटी सचिव सुल्तान सिंह ने हरियाणा महिला आयोग को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। सुल्तान सिंह ने कहा कि आयोग द्वारा एकतरफा कार्रवाई की जा रही है और सोनाली फौगाट को बचाने की कोशिश की जा रही है। सुल्तान सिंह खुद को बेवजह परेशान किए जाने का आरोप लगाया।
कहा- सोनाली फौगाट को बचाया जा रहा तथा उन्हें परेशान किया जा रहा
हरियाणा राज्य महिला आयाेग में पेश होने के बाद सुल्तान सिंह पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पूरे मामले में महिला आयाेग सोनाली फौगाट को बचाने के लिए कार्रवाई कर रहा है। सुल्तान सिंह ने कहा कि उनको बिना वजह परेशान किया गया। महिला आयोग द्वारा बुधवार रात साढ़े नौ बजे समन भेजकर वीरवार सुबह पेश होने के लिए कहा गया, ताकि मैं अपनी तरफ से कोई लिखित कागज न ला सकूं। मुझे डेढ़ घंटा जानबूझ बिठाए रखा और कई घंटे ऐसे पूछताछ की गई, जैसे मैं अपराधी हूं।
सुल्तान सिंह पत्नी और बहन के साथ वीरवार सुबह साढ़े नौ बजे महिला आयोग कार्यालय पहुंच गए थे और दोपहर बाद लगभग साढ़े तीन बजे तक वह कार्यालय में ही रहे। बता दें कि 5 जून को महिला भाजपा नेता सोनाली फौगाट ने सुल्तान सिंह को हिसार की बालसमंद मंडी में किसी बात पर नाराज होकर चप्पल और थप्पड़ों से पीटा था। इसके बाद सुल्तान सिंह का एक ऑडियो टेप सामने आया था। बताया जाता है कि इसमें सुल्तान सिंह ने कथित तौर पर महिला नेताओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
मार्केट कमेटी सचिव ने बताया पूरा घटनाक्रम
इससे पलिे सुल्तान सिंह ने आयोग की चेयरपर्सन प्रतिभा सुमन और वाइस चेयरपर्सन प्रीति भारद्वाज को दी लिखित शिकायत में कहा कि सोनाली फौगाट हिसार मार्केट कमेटी कार्यालय से ही चार पांच गाडिय़ों में आदमियों को लेकर एक काफिले के रूप में बालसमंद षड्यंत्र के तहत मुझे लेकर चलीं। मुझे बालसमंद में बंधक बनाकर रखा गया। घटना के बारे में मार्केट कमेटी कार्यालय सुपरवाइजर जयपाल से भी मेरे बारे में व्यक्तिगत जानकारी ली गई।
सुल्तान सिंह ने कहा कि बालसमंद पहुंचने के बाद भी जब हम मंडी में वहां की समस्याओं के बारे में बातचीत कर रहे थे, तब मुझे सोनाली फौगाट ने एक तरफ आने को बोला। उसके बाद सोनाली और उनके साथियों ने साजिश के तहत मुझे घेर लिया। सोनाली के आदमियों ने मेरे कार्यालय के अन्य कर्मचारियों को आगे आने से रोक दिया और एक तरफ मुझे ले जाकर सोनाली कहने लगी कि तुमने आदमपुर चुनाव में मेरी खिलाफत की थी और कहा मुझे गाली देता है।
सुल्तान सिंह ने कहा कि इतना कहते ही उन्होंने मुझे थप्पड़ मारा व उनके साथ के 20-30 लोगों ने मुझे बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। मैं वहां से बड़ी मुश्किल से जान बचाकर एक दुकान में घुस गया। वहां दुकान में भी आकर उन्होंने मुझे चप्पलों से पीटना शुरू कर दिया। इस घटना का उसके साथियों ने वीडियो भी बनाया और फिर पुलिस को फोन करके पुलिस बुला लिया। पुलिस की मौजूदगी में भी सोनाली फौगाट ने चप्पल से मेरी पिटाई की। इसके बाद मुझे पुलिस की गाड़ी में बैठाकर चौकी ले जाया गया, तब जाकर मेरी जान बची, नहीं तो उनकी साजिश मुझे जान से मारने की थी।
मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा
सुल्तान सिंह ने कहा कि सोनाली फौगाट ने बोला है कि मैंने उन्हें अभद्र भाषा बोली, ऐसा कहीं भी पूरे घटनाक्रम में नहीं है। मैंने पांच जून को कोई भी अपशब्द या अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया है। उस दिन से पहले मेरा उनसे मिलना जुलना नहीं हुआ है। अब मुझे सिर्फ बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। यदि कोई ऑडियो था तो उन्होंने एफआइआर के साथ क्यों नहीं दी? सुल्तान ङ्क्षसह ने सोनाली फौगाट से अपनी और परिवार की जान को खतरा बताया है।
” अभी तो मामले में तथ्य इकट्ठे किए जा रहे हैं। उसके बाद जांच की जाएगी। एकतरफा कोई फैसला नहीं सुनाया गया। सोनाली फौगाट द्वारा जो ऑडियो सुनाया गया है, उसके सुनकर कोई भी सोनाली का पक्ष ले सकता है। लेकिन महिला आयोग मामले में जांच के बाद कार्रवाई के लिए पत्र लिखेगा।