चीनी ऐप को बंद करने के लिए सरकारी स्तर पर करवाई हुई तेज, देश की सुरक्षा के लिए है खतरा
भारत और चीन के बीच सीमा पर विवाद जारी है। दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम स्तर पर है। ऐसे वक्त में देशभर में चीनी ऐप को हटाने की मुहिम शुरू हो गई है। हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ चीनी ऐप को बंद करने को लेकर सरकार के स्तर पर वार्ता चल रही है। रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया है कि कुछ चीनी ऐप देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं। ऐसे में सरकार से इन मोबाइल एप्लिकेशन को ब्लॉक करने या फिर भारतीयों को इन ऐप के इस्तेमाल ना करने की सलाह दी गई है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ चीनी ऐप का इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं है। यह ऐप भारतीयों का डाटा बड़े पैमाने पर देश से बाहर भेज रहे हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चाइनीज डिवेलपर्स की ओर से तैयार या चाइनीज लिंक्स वाले एप का इस्तेमाल स्पाइवेयर या अन्य नुकसान पहुंचाने वाले वेयर के रूप में हो सकता है। चीनी ऐप को बैन करने की मुहिम सीमा पर जारी तनाव के बीच पैदा हुई है। हालांकि यह पहला मौका नही है, जब चीनी ऐप के खिलाफ ऐसा माहौल बना हो, कोरोनावायरस के दौर में भी चीनी ऐप को बैन करने की मुहिम चल चुकी है।
CAIT ने भी अब इस दिशा में कदम बढ़ाया है। इसके बाद लगातार चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मांग बढ़ रही है। हालांकि, आपको बता दें कि एक समय चीनी ब्रांड होने के नाते मजाक का कारण बनने वाले यह उत्पाद आज भारतीय बाजार पर कब्जा कर चुके हैं। इनमें भी इलेक्ट्रॉनिक सेगमेंट में तो हालात कुछ ज्यादा ही खराब हैं। देश में 50 करोड़ से ज्यादा स्मार्टफोन यूजर्स हैं और आपको जानकर हैरानी होगी कि भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में चीनी ब्रांड्स का कब्जा है।