कानपुर एनकाउंटर में बाल-बाल बचे आईजी, एसएसपी को सीने में लगी थी गोलियां
कानपुर पुलिस ने कहा है कि कुख्यात अपराधी विकास दुबे के गुर्गों से मुठभेड़ के दौरान आईजी बाल-बाल बचे जबकि एसएसपी को सीने में गोलियां लगी थीं. अच्छी बात ये रही कि उन्होंने बुलेट प्रूफ जैकेट पहनी थी, जिससे गोली उन पर कोई असर नहीं कर पाई.
विकास दुबे के गुर्गों के साथ हुई मुठभेड़ को लेकर कानपुर पुलिस ने रविवार को विस्तार से बयान जारी किया है. पुलिस की तरफ से जारी बयान में दो बातें निकल कर सामने आई हैं. एसएसपी को इस मुठभेड़ के दौरान सीने में गोलियां लगी थीं, लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट होने की वजह से गोलियां जैकेट में धंस गईं. एसएसपी को कोई नुकसान नहीं हुआ. दूसरी तरफ इस मुठभेड़ के दौरान आईजी के सिर के पास से गोली गुजरी थी और वह बाल-बाल बचे.
असल में, विकास के 8 से 10 गुर्गों ने पुलिस पर तीन ओर से ताबड़तोड़ फायरिंग कर हमला बोला था. घर के अंदर और छतों से गोलियां चलाई गईं. इसमें उत्तर प्रदेश पुलिस के 8 जवान शहीद हो गए. पुलिसकर्मियों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई, लेकिन अंधेरे के कारण बदमाश भागने में कामयाब हुए.
बता दें कि कानपुर से सटे बिकरू गांव में शुक्रवार को तड़के पुलिस और विकास दुबे के गिरोह के बीच खूनी मुठभेड़ हुई. इसमें विकास दुबे के गुर्गों ने जेसीबी मशीन लगाकर पुलिस का रास्ता बंद कर दिया. जैसे ही पुलिसवाले आगे बढ़े उसके गुर्गों ने तीन तरफ से फायरिंग शुरू कर दी जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए.
इनाम राशि बढ़ाई
बहरहाल, गैंगस्टर विकास दुबे अभी तक फरार है. पुलिस विकास दुबे को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. विकास दुबे पर पुलिस ने इनाम की राशि भी बढ़ा दी है. पुलिस ने विकास दुबे पर इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी है. पुलिस ने वारदात में शामिल अन्य 18 आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम रखा है.