हरियाणा में बीजेपी संगठन विस्तार में गैर जाट और उपेक्षित नेताओं को मिलेगा विशेष महत्व

हरियाणा प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष पद पर पूर्व कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ की नियुक्ति को पार्टी के रणनीतिकार बरोदा उपचुनाव से अलग संगठनात्मक ढांचे की मजबूती के रूप में भी देख रहे हैं। इन रणनीतिकारों का मानना है कि अब पार्टी में वर्षों से जुड़े गैर जाट और उपेक्षित नेताओं को सकारात्मतक पहलू के साथ सम्मान मिलेगा।

धनखड़ को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने से खुश हैं उपेक्षित भाजपा नेता

धनखड़ वर्षों से पार्टी संगठन से जुड़े हैं और उन्हेंं पार्टी में निचले स्तर पर काम करने वाले एक-एक कार्यकर्ता की पहचान है। नए प्रदेशाध्यक्ष कार्यकर्ताओं को उनके नाम और काम से जानते हैं। खासतौर पर धनखड़ पार्टी में उन नाराज नेताओं को भी मुख्य धारा में वापस लाने का राजनीतिक कौशल रखते हैं जो टिकट कटने या चुनाव हारने के बाद पार्टी गतिविधियों से कट गए थे। धनखड़ अपनी शुरूआती वार्ताओं में भी यह कह रहे हैं कि वे पार्टी के नए पुराने सभी कार्यकर्ताओं को संगठन में पूरा सम्मान देंगे।

लोकसभा चुनाव के बाद उपेक्षित हुए नेताओं ने भी धनखड़ को दी बधाई

दिल्ली में भाजपा के नेता शुरू से ही इस बात पर अड़े थे कि हरियाणा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद की कमान ऐसे नेता को दी जाए जो सरकार की छाया से अलग संगठन को मजबूती दे सके। इसके अलावा जाट बेल्ट में संगठन को अधिक प्रभावी बना सके। इसके अलावा जो नेताओं को पार्टी की मुख्य धारा से अलग हो गए हैं, उन्हेंं वापस ला सके। इसके लिए पार्टी नेतृत्व ने पुराने दिग्गज नेता ओमप्रकाश धनखड़ के नाम पर मुहर लगाई।

मजबूत प्रदेशाध्यक्ष नाराज नेताओं के लिए खोलेंगे काम के दरवाजे

पार्टी के रणनीतिकारों का यह फैसला शुरूआती दौर में काफी सार्थक साबित हो रहा है। धनखड़ को अध्यक्ष बनने के बाद उन भाजपा नेताओं ने भी बधाई दी है जिनके पार्टी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में टिकट काट दिए थे। इसके अलावा जो नेता चुनाव हार गए थे, उनमें से भी कुछ संगठन की मुख्य धारा से अलग थे। अब ये नेता भी धनखड़ के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। पूर्व मंत्री विपुल गोयल हो या फिर गुरुग्राम से पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल सहित तावडू के पूर्व विधायक तेजपाल तंवर और उनके साथी पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह, सभी ने धनखड़ को बधाई प्रेषित की है।

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