डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ जल रहा है अमेरिका, इन शहरों में हुए जोरदार प्रदर्शन

अमेरिका में शनिवार को कई शहरों में प्रदर्शन (Demonstration) हुए. सिएटल में पुलिस ने एक जेल के बाहर कंस्ट्रक्शन ट्रेलरों में आग लगाने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शनिवार को फ्लैशबैंग ग्रेनेड और काली मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया. ये सभी प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रमुख शहरों में फेडरल एजेंटों की संख्या बढ़ाने की योजना पर अपना गुस्सा दिखा रहे थे. वाशिंगटन राज्य में शहर की सड़कों पर बार-बार होने वाले छोटे विस्फोटों के हल्के धमाके सुनाई देते हैं और उस क्षेत्र से धुआं उठता दिखा जहां प्रदर्शनकारियों ने युवाओं के लिए बनी एक जेल के पास हो रहे निर्माण स्थल के पास खड़े ट्रेलरों में आग लगा दी थी.
16 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने किया गिरफ्तारप्रदर्शनकारियों ने कारों के टायर काट दिए और ट्रेलर की खिड़कियों को तोड़ दिया. दंगों में पहने जाने वाली वर्दी में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों का सामना किया जिनमें से कुछ ने काली मिर्च स्प्रे के छर्रों के गिरने के खिलाफ छतरियों की आड़ ले ली. पुलिस के हवाले से कहा गया है कि 16 लोगों को पुलिस अधिकारियों के खिलाफ हमला करने, बाधा डालने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के संदेह में गिरफ्तार किया गया.सिएटल विरोध का सबसे बड़ा केंद्र बना

ओरेगन राज्य में सबसे बड़ा शहर सिएटल में पिछले दो महीने से नस्लवाद और पुलिस की बर्बरता के खिलाफ रात में विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं. इन प्रदर्शनों का बीज शुरुआत में मिनेसोटा में पुलिस के हाथों निहत्थे अफ्रीकी अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत से पड़ा था. पोर्टलैंड में भी ट्रम्प के आदेश के कारण आये फेडरल एजेंटों के कारण विवाद शुरू हो गए जिसे वहां के स्थानीय अधिकारियों ने भी समर्थन नहीं दिया. नागरिक अशांति केवल पोर्टलैंड तक ही सीमित नहीं रही. शनिवार को एक ब्लैक मिलिशिया के तीन सदस्यों को लुइसविले केंटकी में ब्लैक लाइव्स मैटर के विरोध प्रदर्शन में गोली मार दी गई.

पोर्टलैंड में शुक्रवार का प्रदर्शन मुख्य रूप से शांतिपूर्ण था जिसमें संगीत बजाने और नाचने वाली भीड़ थी और साबुन के बुलबुले उड़ाने और आतिशबाजी की व्यवस्था भी की गई थी. लेकिन पहले के कई प्रदर्शनों की तरह यहाँ भी पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला उग्र हो उठा और दोनों पक्षों के बीच आँसू गैस और फ़्लैशबैंग डिवाइस के कारण प्रदर्शन हिंसक और बेकाबू हो गया. रात 11:00 बजे के आसपास सबसे पहले आंसू गैस छोड़ी गई. 2:30 बजे तक पुलिस और संघीय एजेंट बाहर आंसू गैस की मदद से लोगों को होने और पीछे धकेलने की कोशिश कर रहे थे. से साफ कर रहे थे, प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेल रहे थे.

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