हरियाणा की टॉपर कृतिका से पीएम मोदी ने की मन की बात, जानिए…
यहां के गांव महराणा की बेटी कृतिका नांदल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में लाइव बात की। मन की बात में प्रधानमंत्री ने गांव की इस बिटिया से उसके सपनों के बारे में पूछा। बोर्ड की परीक्षा में शानदार रिजल्ट के लिए बधाई दी। कृतिका से बात करने से पहले पीएम मोदी ने कहा, हमारा देश बदल रहा है। कैसे बदल रहा है। कितनी तेजी से बदल रहा है। कैसे-कैसे क्षेत्रों में बदल रहा है। एक सकारात्मक सोच के साथ अगर निगाह डालें तो हम खुद अचंभित रह जाएंगे।
पीएम ने कहा कि एक समय था, जब खेलकूद से लेकर अन्य सेक्टर में अधिकतर लोग या तो बड़े-बड़े शहरों से होते थे, या बड़े-बड़े परिवार से होते थे। या नामी गिरामी स्कूल और कॉलेज से होते थे। अब देश बदल रहा है। गांवों से लेकर छोटे शहरों से सामान्य परिवार से हमारे युवा आगे आ रहे हैं। सफलता के नए शिखर चूम रहे हैं। ये लोग संकटों के बीच भी नए-नए सपने संजाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। कुछ ऐसा ही हमें अभी हाल में जो बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट आए, उसमें भी दिखता है। आज मन की बात में हम कुछ प्रतिभाशाली बेटे-बेटियों से बात करते हैं। ऐसी ही एक प्रतिभाशाली बेटी है कृतिका नांदल। कृतिका जी, हरियाणा के पानीपत से हैं। कृतिका ने साइंस संकाय में 97 फीसद अंक हासिल किए हैं। डीएवी पुलिस लाइन की छात्रा रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृतिका का संवाद
मोदी : हेलो, कृतिका जी नमस्ते।
कृतिका : नमस्ते सर
मोदी : इतने अच्छे परिणाम के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई।
कृतिका : धन्यवाद सर।
मोदी : और आप तो इन दिनों टेलीफोन लेते-लेते भी थक गई होंगी। इतने सारे फोन आते होंगे।
कृतिका : जी सर
मोदी : जो लोग बधाई देते हैं वो भी गर्व महसूस करते हैं कि वो आपको जानते हैं। आपको कैसा लग रहा है
कृतिका : बहुत अच्छा लग रहा है। पेरेंट्स को गर्व का अनुभव कराके, खुद को भी बहुत अच्छा लग रहा है।
मोदी : अच्छा ये बताइये, आपकी सबसे बड़ी प्रेरणा कौन हैं।
कृतिका : सर, मेरी मम्मी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं।
मोदी : वाह, आप मम्मी से क्या सीख रही हैं
कृतिका : : उन्होंने जिंदगी में इतनी मुश्किलें देखती हैं। फिर भी बहुत बोल्ड और स्ट्रोंग हैं। उन्हें देख देख के इतनी प्रेरणा मिलती है कि मैं भी उनकी तरह बनूं।
मोदी : मां कितनी पढ़ी हैं।
कृतिका : बीए की है उन्होंने।
मोदी : बीए किया है, अच्छा। मां आपको सिखाती भी होंगी।
कृतिका : जी सर। सिखाती हैं। दुनियादारी के बारे में हर बात बताती हैं।
मोदी : डांटती भी होंगी।
कृतिका : जी सर, डांटती भी हैं।
मोदी : हाहाहाहा। अच्छा बेटा, आगे क्या करना चाहती हैं।
कृतिका : सर, हम डॉक्टर बनना चाहते हैं। एमबीबीएस।
मोदी : अरे वाह। देखिये डॉक्टर बनना आसान काम नहीं है। डिग्री तो प्राप्त कर लेंगी, क्योंकि आप बड़ी तेजस्वी हो बेटा। डॉक्टर का जीवन जो है, वो समाज के लिए बहुत समर्पित होता है। उसको कभी रात को, कभी चैन से सो भी नहीं सकता। कभी भी मरीज का फोन आ जाता है। दौड़ना पड़ता है। एक प्रकार से 24 घंटे, 356 दिन काम करना होता है। डॉक्टर की जिंदगी लोगों की सेवा में लगी रहती है। खतरा भी रहता है। पता नहीं, आजकल जिस प्रकार की बीमारियां हैं, तो डॉक्टर के सामने भी बहुत बड़ा संकट रहता है।
कृतिका : जी सर।
मोदी : अच्छा कृतिका, हरियाणा तो खेलकूद में पूरे हिंदुस्तान के लिए हमेशा ही प्रेरणा देने वाला, प्रोत्साहन देने वाला राज्य रहा है। तो आप भी कुछ खेलकूद में भाग लेती हैं क्या। कुछ खेलकूद पसंद है आपको।
कृतिका : सर बास्केटबाॅल खेलते थे स्कूल में।
मोदी : अच्छा आपकी ऊंचाई कितनी है, ज्यादा है ऊंचाई।
कृतिका : नहीं सर, पांच-दो की है।
मोदी : तो फिर तुम्हारे खेल में पसंद करते हैं।
कृतिका : वो तो सर पैशन है। खेल लेते हैं।
मोदी : अच्छा, अच्छा। चलिये, आपकी माताजी को मेरा प्रणाम कहिये। उन्होंने आपको इस प्रकार के योग्य बनाया। आपके जीवन को बनाया। आपकी माताजी को प्रणाम। आपको बहुत बहुत बधाई। शुभकामनाएं।