उत्तराखंड में बढ़ रहा कोरोना ग्राफ, शुक्रवार को सामने आए 118 नए केस, 172 मरीज हुए ठीक
कोरोना के मोर्चे पर उत्तराखंड के लिए शुक्रवार थोड़ा राहत भरा रहा। 23 दिन बाद ऐसा हुआ कि प्रदेश में नए केस की तुलना में स्वस्थ हुए मरीजों की तादाद ज्यादा रही। इससे रिकवरी रेट में भी 1.47 फीसद की बढ़ोत्तरी आई है। जो कि पिछले कुछ समय से लगातार गिर रहा था। शुक्रवार को 118 नए मामले आए, जबकि 172 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे। अभी तक उत्तराखंड में कोरोना के 7183 मामले आए हैं। जिनमें 4168 यानी 58.03 फीसद स्वस्थ हो चुके हैं। 2895 मरीज अभी विभिन्न अस्पतालों और कोविड-केयर सेंटर में भर्ती हैं, जबकि 38 मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं।
जून समाप्ति पर प्रदेश में रिकवरी रेट 77 फीसद से ऊपर था। जुलाई के प्रथम सप्ताह में यह 81 फीसद से ऊपर पहुंच गया और उत्तराखंड सबसे बेहतर रिकवरी रेट वाले राज्यों में शुमार हुआ। लेकिन, इसके बाद कोरोना की रफ्तार एकाएक ऐसी बढ़ी कि सारी सांख्यिकी गड़बड़ा गई। दिन-ब-दिन स्थिति बिगड़ती चली गई। आठ जुलाई के बाद से हर दिन रिकवरी से कई गुना अधिक नए मामले आ रहे थे।
जून में जहां स्वस्थ हुए मरीजों का आंकड़ा 2129 था, जुलाई में यह घटकर 1937 पर आ गया। लेकिन, माह के आखिरी दिन ही सही आंकड़ों ने कुछ हद तक सुकून दिया। शुक्रवार को जो 172 मरीज रिकवर हुए, उनमें 95 देहरादून, 65 नैनीताल, आठ पौड़ी, तीन ऊधमसिंहनगर व एक हरिद्वार से है।
चार और मरीजों की मौत
प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की मौत का बढ़ता आंकड़ा चिंता का सबब बन रहा है। शुक्रवार को भी कोरोना संक्रमित चार मरीजों की मौत हुई। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एम्स ऋषिकेश में कोरोना संक्रमित दो मरीजों की मौत हुई है। इनमें दून के जगदीशपुर निवासी 42 वर्षीय व्यक्ति को 26 जुलाई को अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ, बुखार और हाइपरटेंशन की समस्या थी। भर्ती करते वक्त लिए गए मरीज के सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव, जबकि 29 जुलाई को लिए गए दूसरे सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
गुरुवार रात मरीज को कोविड आइसीयू में शिफ्ट किया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। दूसरा मामला बिजनौर का है। नगीना निवासी 24 वर्षीय महिला 21 जुलाई को एम्स में भर्ती हुई थी। उसे सांस लेने में तकलीफ के साथ किडनी संबंधी दिक्कत थी। महिला को कोविड आइसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था। जहां गुरुवार देर रात उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रेमपुर माफी कौलागढ़ निवासी 42 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है। 17 जुलाई को अस्पताल में भर्ती किए गए मरीज का वर्ष 2011 में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। उसे बीपी सहित अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी थीं। इसके अलावा हल्द्वानी के सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भी 60 वर्षीय एक महिला की मौत हुई है। जुलाई में उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित 41 मरीजों की मौत हुई है। यह एक माह में हुई मौतों की अभी तक की सर्वाधिक संख्या है।
3395 सैंपल की रिपोर्ट, 3277 निगेटिव
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को 3395 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें से 3277 रिपोर्ट निगेटिव और 118 पॉजिटिव आई हैं। सबसे ज्यादा 55 लोग देहरादून के कोरोना संक्रमित मिले हैं। नैनीताल में 34 नए मामले आए हैं। इनमें आधे संक्रमितों के संपर्क में आए लोग हैं। हरिद्वार में छह लोग की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिनमें चार किसी कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए थे। वहीं, ऊधमसिंहनगर में भी पांच नए मरीज मिले हैं। टिहरी में भी जम्मू-कश्मीर, मुंबई आदि से लौटे पांच और लोग कोरोना की चपेट में आए हैं। पौड़ी में चार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें तीन लोग दिल्ली से लौटे हैं। अल्मोड़ा व रुद्रप्रयाग में भी तीन-तीन नए केस मिले हैं। चमोली, बागेश्वर व उत्तरकाशी में एक-एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिला है।
दून में सेना के तीन जवान सहित 55 संक्रमित
दून में शुक्रवार को भी 55 लोग संक्रमित मिले। इनमें तीन सेना के जवान हैं। जबकि सात सैंपल की रिपोर्ट एम्स ऋषिकेश से पॉजिटिव आई है। यह मरीज टिहरी, हरिद्वार व बलिया के रहने वाले हैं। दून अस्पताल के कोरोना संदिग्ध वार्ड में भर्ती पांच मरीजों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं निजी लैब से भी 40 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें सेलाकुई स्थित फार्मा कंपनी के कर्मचारी भी शामिल हैं। बता दें, जिले में अब तक 1659 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 1167 स्वस्थ हो गए हैं। 420 मरीज अभी अस्पतालों व कोविड-केयर सेंटर में भर्ती हैं। 46 मरीजों की मौत हो चुकी है।
एलआइसी अधिकारी की मौत
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शुक्रवार को एलआइसी के एक अधिकारी की उपचार के दौरान मौत हो गई। वह मूल रूप से बिहार के रहने वाले थे और यहां एलआइसी की जीएमएस रोड शाखा में विकास अधिकारी के पद पर तैनात थे। काफी समय से उनका परिवार यहां कौलागढ़ में रहता था। उनका किडनी ट्रांसप्लांट हो चुका था। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने 17 जुलाई को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था। शुक्रवार को मरीज ने आइसीयू में अंतिम सांस ली।