विधायकों के फोन टैपिंग मामले में नया झुकाव, जांच के आदेश हुए जारी
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने जैसलमेर के एक होटल में रुके हुए कांग्रेस के कुछ विधायकों के फोन टैप किए जाने की अफवाह फैलाने को लेकर साइबर थाने में दर्ज मामले की नियमानुसार जांच करके कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं। महानिदेशक ने जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव को इस संबंध में जांच फ़ौरन पूरी करने के लिए कहा है।
गौरतलब है कि राज्य में जारी सियासी घटनाक्रम के बीच गहलोत खेमे के MLA जैसलमेर के एक होटल में ठहरे हुए हैं। इनमें से कुछ विधायकों के फोन टैप किए जाने की खबर शुक्रवार को सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी। पुलिस ने इसे अफवाह करार दिया था। पुलिस महानिदेशक ने भी यह साफ़ किया है कि राजस्थान पुलिस की किसी भी यूनिट द्वारा किसी भी MLA या MP का फोन ना तो पहले टैप किया गया था और ना ही अब ऐसा कुछ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन्टरकॉम पर हुई बातचीत को रिकॉर्ड करने का इल्जाम भी झूठ और बेबुनियाद है।
राजस्थान पुलिस हमेशा आपराधिक कृत्य को रोकने का काम करती है और अवैधानिक फ़ोन टैपिंग एक आपराधिक कृत्य है। पुलिस हेडक्वार्टर के बयान के मुताबिक, सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने की दृष्टी से एक तथाकथित सूचना प्रसारित की जा रही है, जिसमे दावा किया जा रहा है कि जैसलमेर के होटल में ठहरे आधा दर्जन कांग्रेस विधायकों के फोन अवैधानिक तरीके से टैप किये जा रहे हैं।