देश का FDI माहौल दुनिया भर में सबसे प्रचुर, कोरोना काल में 22 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश

नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने शनिवार को कहा कि भारत का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) माहौल दुनियाभर में सबसे उदार है। यही वजह है कि कोरोना जैसे संकट के माहौल में भी देश में 22 अरब डॉलर (लगभग 1.65 लाख करोड़ रुपये) से अधिक का विदेशी निवेश हुआ है। इसमें से करीब 98 प्रतिशत निवेश एफडीआइ ऑटोमेटिक रूट से किया गया है।

अमिताभ कांत ने उद्योग जगत के एक कार्यक्रम में कहा कि भारत द्वारा एफडीआइ आकर्षित करने के लिए उठाए गए कदमों की वजह से देश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की ग्लोबल रैंकिंग में करीब 79 स्थानों की छलांग लगा चुका है। हमने इस वर्ष शीर्ष 50 और अगले वर्ष शीर्ष तीन में स्थान बनाने का लक्ष्य रखा है।

कांत का यह भी मानना है कि एक बेहतर ऑनलाइन विवाद समाधान (ओडीआर) तंत्र से तेज और विश्वसनीय तरीके से कम लागत में ‘न्याय’ सुनिश्चित किया जा सकेगा। इससे कारोबार सुगमता की स्थिति बेहतर हो सकेगी। उन्होंने कहा कि ओडीआर एक तेजी से उभरती समाधान प्रणाली है। इसमें प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल सिर्फ मदद के लिए नहीं, बल्कि दक्ष और कम खर्च पर न्याय दिलाने के लिए भी होता है।

कारोबार सुगमता को बेहतर करने के लिए ओडीआर के इस्तेमाल पर एक वर्चुअल सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांत ने कहा, ‘एक बेहतर ओडीआर तंत्र में न्याय दिलाने और विवाद समाधान की लागत घटाकर कारोबार सुगमता की स्थिति बेहतर करने की क्षमता है।’

इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बीएन श्रीकृष्ण ने कहा कि ओडीआर अदालती प्रणाली के पूरक के रूप में काम कर सकता है। उन्होंने कहा कि वास्तव में यह अदालती प्रणाली के लिए सहायक होगा। इससे बड़ी संख्या में मामलों का अदालत में आने से पहले ही समाधान हो जाएगा।

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