पापा ने गेम खेलने से किया मना तो बेटी ने गुस्से में कर ली आत्महत्या
आजकल अपराध और आत्महत्या के मामले दिन पर दिन बढ़ते ही चले जा रहे हैं. हाल ही में जो मामला सामने आया है वह लखनऊ के ठाकुरगंज का है. जहाँ के एकता नगर में मोबाइल में गेम खेलने से मना करने पर गुस्साई छात्रा दिव्यांशी ने आत्महत्या कर ली है. इस मामले में मिली जानकारी के तहत कैम्पवेल रोड निवासी दीपेंद्र तिवारी एक निजी कम्पनी में काम करते हैं और दिव्यांशी उन्ही की बेटी है. वह कक्षा-9 की छात्रा थी. बीते शाम को दिव्यांशी मोबाइल पर गेम खेल रही थी और उसे देखने के बाद दीपेंद्र ने उसे डांट दिया. इस बात से नाराज होकर दिव्यांशी अपने कमरे में चली गई.
उसके बाद घरवालों के सो जाने पर उसने आंगन में लोहे के जाल में दुपट्टे से फांसी लगा ली. इस मामले में बताया जा रहा है कि घरवालों ने सुबह उसका शव लटका देखा. वहीं दिव्यांशी के अलावा एक अन्य मामले में मड़ियांव के फैजुल्लागंज नायक नगर निवासी राकेश मिश्रा ने भी आत्महत्या कर ली है. वह पीसीएफ में सहायक असिस्टेंट के पद पर कार्यरत थे. उनके घरवालों का कहना है कि ‘काम को लेकर वह कुछ दिनों से काफी तनाव में थे.’
इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार बीते शनिवार को उन्होंने फांसी लगा ली. वहीं घरवालों ने उन्हें फंदे से नीचे उतारा और बलरामपुर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया है. इस मामले के अलावा एक अन्य मामला चौक के यहियागंज निवासी रामू गुप्ता के इकलौते बेटे को लेकर आया है. उसका नाम अंशू गुप्ता है और उसने बीते शुक्रवार देर शाम कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी.