बसपा मुखिया मायावती ने यूपी की कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल, कहा- सरकारी लीपापोती से बिगड़ रहे हालात
उत्तर प्रदेश के साथ ही देश की राजनीति पर बयान देने के मामले में बेहद सक्रिय बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया है। सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव बसपा सुप्रीमो ने मंगलवार को दो ट्वीट किया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में सभी वर्गों/धर्मों व खासकर दलितों के साथ उत्पीड़न की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। उन्होंने कानून-व्यवस्था के मामले में एक बार फिर प्रदेश की भाजपा सरकार की तुलना प्रदेश में राज कर चुकी समाजवादी पार्टी से की है। मायावती का कहना है कि प्रदेश में खराब कानून-व्यवस्था और अपराध रोकने में नाकामी में भाजपा और इससे पहले शासन कर चुकी समाजवादी पार्टी में कोई अंतर नहीं रह गया है।
उन्होंने कहा कहा है कि प्रदेश में शायद ही कोई ऐसा दिन हो जिस दिन दलितों पर अत्याचार की घटनाएं सामने न आएं। उन्होंने योगी आदित्यनाथ की सरकार को पूर्व की सपा सरकार के साथ खड़ा किया और कांग्रेस पर भी निशाना साधा है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया है, यूपी में सभी वर्गों/धर्मों व खासकर दलितों के साथ आए दिन द्वेष, उत्पीड़न, दुष्कर्म, हत्या आदि की मानवता को शर्मसार करने वाली घटनायें साबित करती हैं कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति अति-दयनीय।
इन घटनाओं के प्रति सरकारी लीपापोती से हालात और बिगड़ रहे हैं। सरकार इस ओर गंभीरता से ध्यान दे। उन्होंने आगे लिखा है, जबकि इन जघन्य घटनाओं से स्पष्ट तौर पर जनता को सपा व भाजपा सरकार की कार्यशैली में कोई खास अन्तर देखने को नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि देश तथा प्रदेश में कांग्रेस सरकार में तो एफआईआर ही नहीं दर्ज होती थी। कांग्रेस पार्टी के राज में तो यहां पीडि़तों की एफआइआर तक भी नहीं दर्ज की जाती थी। इसके साथ ही कहा कि उस दौरान मीडिया भी आज की तरह उतना सक्रिय नहीं था।
इससे पहले भी मायावती कई और ट्वीट करके कह चुकी हैं कि यूपी में भाजपा सरकार और पूर्व की सपा सरकार में कोई अंतर दिखाई नहीं दे रहा है।