भारतीय सेना के घुसपैठ के रास्ते बंद करने पर भड़का चीन, ब्रिगेडियर लेवल की वार्तालाप से नहीं निकला कोई हल

LAC पर तनाव के बीच भारत ने चीन पर सामरिक बढ़त बना ली है. भारतीय SFF कमांडोज के फुर्तीले एक्शन से पस्त हो गया है. हम आपको बता रहे हैं कि कैसे 40 किलोमीटर इलाके में भारतीय सेना ने मजबूती दिखा दी है. चीनी सेना पैंगोग सो के दक्षिण में बढ़त बनानी चाहती थी लेकिन भारत ने इसे नाकाम कर दिया.

पूरा इलाका पहाड़ी इलाका है और ताजा विवाद करीब 40 किलोमीटर इलाके में फैला हुआ है. हेलमेट और ब्लैट टॉप पहाड़ी जो बिल्कुल पैंगोल-ट्सो लेक से लगती हुई हैं. यहां SFF कमांडोज ने बाजी पलट दी.

भारतीय सेना ने सिर्फ ब्लैक टॉप और हैलमेट पहाड़ियों से नहीं खदेड़ा बल्कि पैंगोग-ट्सो से सटे हनान पोस्ट पर भी सैनिक तैनात किए. हनान-कोस्ट तक भारतीय सैनिक पहले पैट्रोलिंग करते थे. इसे पैट्रोलिंग-पॉइंट नंबर 27 के नाम से जाना जाता है. इसके पास है भारतीय गांव थाकूंग जहां मई तक सैलानी जाते थे.

भारतीय सेना ने रेचिन पास दर्रे पर सैनिक तैनात किए, चीन इसे रेकिन के नाम से जानता है. भारत में इसे पीपी 31 के नाम से जाना जाता है. भारतीय सेना करीब चार किलोमीटर आगे बढ़ी.

पीपी 27 से पीपी 31 तक की दूरी करीब 40 किलोमीटर है, अब भारतीय सेना 40 किलोमीटर में डोमिनेट कर रही है. चीनी सेना का तिब्बत इलाके में हाईवे, मोल्डो स्थित सैन्य कैंप और स्पंगूर-गैर और झील तक भारतीय सेना की जद में आ चुका है. मोल्डो में चीन का एक हैलीपैड भी है. जिस वजह से चीन को ये ज्यादा चुभ रहा है.

हैलमेट और ब्लैक टॉप में क्या हुआ ?
चीन के 200-300 सैनिकों की मूवमेंट पहाड़ियों के आसपास देखी गई सैनिक हथियार और टेंट लेकर बढ़ रहे थे. चौकन्नी भारतीय सेना पहले ही पहुंच गई, चीनी सैनिकों को पीछे हटना पड़ा. अगर चीन की यह चाल कामयाब हो जाती तो पैंगोंग-त्सो लेक से लेकर चुशूल ब्रिगेड हेडक्वार्टर तक जद में आता. हनान कोस्ट से लकर चुशूल की सड़क पर भी चीनी निगाह रहती.

चीन सीमा तनाव पर रक्षा मंत्री ने ली उच्च स्तरीय बैठक
भारत चीन सीमा तनाव पर मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक ली. रक्षा मंत्रालय के सिचुएशन रूम में हुई इस बैठक में विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोवाल, सीडीएस जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे और डीजीएमओ समेत सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. सूत्रों के मुताबिक बैठक में केवल लद्दाख ही नहीं बल्कि पूरी 4388 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा के ताजा हालात क़ई समीक्षा की गई.

भड़का ड्रैगन बोला- सभी मुद्दों को बातचीत के जरिये सुलझाने को तैयार
चीन के विदेशमंत्री वांग यी ने मंगलवार को कहा कि भारत-चीन सीमा का अभी सीमांकन किया जाना बाकी है और इसलिए वहां पर हमेशा समस्याएं बनी रहेंगी. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को मतभेदों को संघर्ष में तब्दील होने से रोकने के लिए उनके नेतृत्व के बीच बनी सहमति को लागू करना चाहिए. वांग ने यह भी कहा कि चीन भारत के साथ सभी मुद्दों को बातचीत के जरिये सुलझाने को तैयार है.

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