दिल्ली एम्स में ओपीडी मरीजों की भर्ती फिर हुई सामान्य, 24 घंटों के अंदर फैसला लिया गया वापस
दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में ओपीडी के मरीजों को भर्ती पर रोक का फैसला 24 घंटे के भीतर वापस ले लिया गया है। एम्स की ओर से बृहस्पतिवार को आधिकारिक बयान जारी कर कहा गया है कि अस्पताल में ओपीडी सर्विस सामान्य है। बता दें कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने अन्य रोगों से पीडि़त मरीजों के साथ-साथ एम्स की भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐसे में अचानक कोरोना के मामले अस्पताल में अधिक बढ़ने व इमरजेंसी में मरीजों का दबाव अधिक होने के कारण एम्स ने ओपीडी के मरीजों को भर्ती लेने व रूटीन सर्जरी पर अस्थाई रूप से दोबारा रोक लगा दी थी। ओपीडी में मरीज देखे जाएंगे, लेकिन ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों को वार्ड या प्राइवेट वार्ड में भर्ती नहीं लिया जाएगा, इस तरह का आदेश एम्स की ओर से जारी किया गया था।
इस में कहा था कि दो सप्ताह तक इमरजेंसी में पहुंचे गंभीर मरीज ही भर्ती लिए जाएंगे। इस बाबत एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीके शर्मा ने आदेश जारी किया था। यह भी कहा था कि दो सप्ताह बाद एम्स इस पूरे मामले की समीक्षा करेगा। यदि स्थिति सामान्य हुई तो ओपीडी के मरीजों को दो सप्ताह बाद भर्ती करने की सुविधा दोबारा शुरू हो सकती है। इस आदेश के जारी होने के 24 घंटे के भीतर एम्स प्रशासन ने इस पर रोक लगा दी है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना संकट के कारण एम्स ने मार्च में ओपीडी सेवा व रूटीन सर्जरी बंद कर दी थी। 25 जून को इसे दोबारा शुरू किया गया। उस वक्त सिर्फ पुराने मरीज देखे जा रहे थे। बाद में कोरोना से हालात में सुधार होने पर 14 जुलाई से ओपीडी में नए मरीज भी देखे जाने लगे। लेकिन सभी विभागों में नए व पुराने मिलाकर कुल 45 मरीजों को ही देखने का प्रावधान है। ताकि ओपीडी में भीड़ न होने पाए। इसलिए ऑनलाइन या फोन से समय लेकर पहुंचने वाले मरीज ही ओपीडी में देखे जाते हैं। इस दौरान ओपीडी में पहुंचे जिन मरीजों को भर्ती करने की जरूरत थी उन्हें वार्ड या प्राइवेट वार्ड में भर्ती किया जा रहा था।